Adipurus Hearing: राम-सीता को मानने वाले फिल्म नहीं देख पाएंगे, प्रोड्यूसर को बुलाना पड़ेगा- आदिपुरुष पर HC सख्त

‘आदिपुरुष’ फिल्म पर बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है. इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में फिल्म के खिलाफ दायर याचिका पर आज भी सुनवाई हुई. इस दौरान हाई कोर्ट ने फिल्म पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि भगवान राम, भगवान हनुमान और माता सीता को मानने वाले लोग इस फिल्म को देख नहीं पाएंगे. कोर्ट ने साफ कहा कि फिल्म प्रोड्यूसर को हाजिर होना पड़ेगा.

इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में जस्टिस राजेश सिंह चौहान और जस्टिस श्रीप्रकाश सिंह की बेंच ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि यह बैक टू बैक चल रहा है, कुछ न कुछ कर रहे हैं, प्रोड्यूसर को बुलाना ही पड़ेगा. कोर्ट ने डिप्टी एसजीआई से पूछा कि जिन सीन पर विवाद है.. क्या वो फिल्म का हिस्सा हैं या नहीं?

कोर्ट ने कहा कि हमने फिल्म नहीं देखी नहीं है, लेकिन जिन्होंने देखी है, उन्होंने गंदा फीडबैक दिया, मूवी 16 जून को रिलीज हुई है, जब तब कुछ नहीं हुआ तो 3 दिन में क्या होगा लेकिन हम फिर भी छुट्टी में सुनवाई कर रहे हैं, जो होना था वो हो गया और अच्छा हुआ कुछ बुरा नहीं हुआ, कई लोगों ने अभी तक मूवी नहीं देखी है.

‘फिल्म को सर्टिफाई करने वाले धन्य हैं’

बेंच ने कहा कि भगवान राम, भगवान हनुमान और माता सीता को मानने वाले लोग इस फिल्म को देख नहीं पाएंगे, आप कह रहे हैं कि संस्कार वाले लोगों (सेंसर बोर्ड) ने इस मूवी को सर्टिफाई किया है, जहां रामायण के बारे में ऐसा दिखाया गया है तो वो लोग ध्नय हैं, हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे जो एक्ट के बाहर हो.

‘प्रोड्यूसर को यह कंटेंट मिला कहां से?’

हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने सुनवाई के दौरान कहा कि इस याचिका में जिन भावनाओं की बात की गई है, हम भी मानते हैं कि उनकी भावनाएं आहत हुई हैं, प्रोड्यूसर को यह कंटेंट मिला कहां से? आज हम चुप हो गए तो जानते हैं कि क्या होगा? यह सब बढ़ रहा है, मैंने एक मूवी देखी थी जिसमें भगवान शंकर त्रिशूल लेकर भाग रहे हैं, उनको फनी दिखाया गया है, अब यही सब होगा क्या?

‘किसी धर्म के पवित्र ग्रंथ को मत टच कीजिए’

डिप्टी एसजीआई से कोर्ट ने पूछा कि ऐसी पिक्चर को आप कैसे डिफेंड करेंगे? यह एक ब्लंडर है, मैं इसलिए कहता हूं कि पवित्र ग्रंथ को मत टच कीजिए, कोर्ट किसी धर्म की नहीं है, सारे लोगों की है, सबके सेंटीमेंट्स को ध्यान रखा जाएगा, आप लोगों को कुरान-बाइबिल को भी नहीं टच करना चाहिए, मैं यह क्लियर कर दूं कि किसी एक धर्म को टच मत करिए, आप लोग किसी भी धर्म के बारे में गलत तरीके से न दिखाइए.

‘भगवान को ऐसे फनी तरीके से क्यों दिखाना?’

बेंच ने कहा कि हमें समझ में नहीं आ रहा है कि फिल्म वालों को क्या सूझा जो भगवान को ऐसे दिखाते हैं… अरे छोड़ दो कुछ लोगों को, भगवान को ऐसे फनी तरीके से क्यों दिखाना? फिल्ममेकर को तो सिर्फ पैसे कमाने हैं क्योंकि पिक्चर हिट हो जाती है, कभी कुरान पर गलत तथ्यों के साथ शार्ट डॉक्यूमेंट्री बनाते तो देखते क्या होता.