खरीफ सीजन के लिए खाद-बीज की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें : कलेक्टर

उत्तर बस्तर कांकेर। कलेक्टर शुक्ला ने मंगलवार को समय-सीमा की बैठक में जिले में संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए शासन की प्राथमिकता वाले कार्यों को बेहतर ढंग से करने के निर्देश दिये गये। खरीफ सीजन के लिए खाद-बीज की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है। 

कोयलीबेड़ा क्षेत्र के किसानों को कृषि आदान सामग्री का वितरण कोयलीबेड़ा से ही करने, कोयलीबेड़ा एवं अंतागढ़ में निर्माणाधीन स्वास्थ्य केन्द्र भवनों को बहुत सुंदर व गुणवत्तायुक्त बनाने, सप्ताह में एक दिन निर्धारित कर पखांजूर जनपद कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति कोयलीबेड़ा जनपद कार्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए। कृषि विभाग के उप संचालक, जिला विपणन अधिकारी और उप पंजीयक सहकारी संस्था को कोयलीबेड़ा क्षेत्रों के ग्रामों का अविलंब भ्रमण करने के निर्देश भी दिये।

पात्र हितग्राहियों से भरवाया जायेगा सामाजिक सहायता पेंशन फार्म : 

सामाजिक सहायता पेंशन प्राप्त करने के पात्र हितग्राहियों को अभियान चलाकर फार्म भरवाया जाएगा। आगामी सितम्बर माह की स्थिति में जो व्यक्ति सामाजिक सहायता पेंशन की पात्रता रखेंगे, उन्हें चिन्हांकित कर ग्राम पंचायत सचिव की ओर से पेंशन फार्म भरवाया जाएगा तथा उसकी सूची जनपद कार्यालय को प्रस्तुत की जाएगी। पंचायत सचिव द्वारा इस संबंध में प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। इस कार्य की मॉनिटरिंग करने  के लिए सभी एसडीएम एवं जनपद सीईओ को कलेक्टर ने निर्देश दिये।

श्रम पंजीयन में अच्छा कार्य करने वाले रोजगार सहायक और स्व-सहायता समूह होंगे पुरस्कृत

छत्तीसगढ़ भवन और अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल अंतर्गत संचालित योजनाओं से मनरेगा सहित अन्य निर्माण श्रमिकों को लाभ दिलाने के लिए सभी मनरेगा श्रमिकों का पंजीयन करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए । उन्होंने कहा कि जो भी रोजगार सहायक और महिला स्व-सहायता समूह के सदस्य इसमें अच्छा कार्य करेंगे, उन्हें आगामी स्वतंत्रता दिवस समारोह को पुरस्कृत किया जाएगा। जिले में बेरेजगारी भत्ता प्राप्त करने वाले अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार से जोड़ने तथा उन्हें स्वरोजगार स्थापना के लिए प्रेरित करने, मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजनांतर्गत स्कूलों की मरम्मत कार्य को शीघ्र पूरा करने, छात्रवृत्ति के लिए स्कूली छात्र-छात्राओं का आय, जाति, निवास प्रमाण-पत्र यथाषीघ्र बनाने, स्कूल, आंगनबाड़ियों में वृक्षारोपण एवं ट्री-फेंसिंग करने  और निर्माण कार्यों को सितम्बर माह तक पूरा करने के निर्देश दिए। जनचौपाल व ई-जनचौपाल में प्राप्त सभी आवेदनों को नियमानुसार निराकृत करने के निर्देश भी दिये।

कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला की ओर से गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गौठानों में गोबर की खरीदी, उससे वर्मीकम्पोस्ट व सुपर कम्पोस्ट का निर्माण और उसका विक्रय की समीक्षा किया गया तथा गोबर बेचने के लिए पशुपालकों को प्रेरित करने के निर्देश दिये गये। नरवा के स्वीकृत कार्यों को गति प्रदान करने, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत एफआरए के हितग्राहियों को 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन अंतर्गत कचरा शेड व सामुदायिक शौचालय का निर्माण में प्रगति लाने के लिए निर्देशित किया गया।

सामाजिक सहायता कार्यक्रम अंतर्गत संचालित पेंषन स्कीम में हितग्राहियों का आधार सीडिंग की समीक्षा भी उनके द्वारा की गई व अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। बैठक में अपर कलेक्टर कांकेर एस.अहिरवार, अंतागढ़ के अपर कलेक्टर बी.एस.उईके, वनमंडलाधिकारी आलोक बाजपेयी, शशि गानंदन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमीत अग्रवाल सहित सभी विभागों के जिला अधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार, जनपद सीईओ व नगरीय निकायों के अधिकारी मौजूद थे।