जल संरक्षण को लेकर जिले में हो रहे कार्य सराहनीय : रश्मि रंजीता

रायगढ़ ,27 जून  जिले में जल संरक्षण व संवर्धन की दिशा में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा के लिए दिल्ली से जल शक्ति अभियान की नोडल अधिकारी रश्मि रंजीता रायगढ़ पहुंची। यहां उन्होंने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में बैठक लेकर कैच द रेन कार्यक्रम के तहत जिले में हुए कार्यों के बारे में जाना।

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने जिले में जल संरक्षण व संवर्धन की दिशा में किए जा रहे विभागीय कार्यों व नवाचारों के बारे में विस्तार से बताया। निदेशक रश्मि रंजीता ने जिले में जल संरक्षण के चल रहे प्रयासों को लेकर कहा कि रायगढ़ में प्रशासनिक पहल के साथ जन-जागरूकता व जन सहयोग से कार्य हो रहे है जो सराहनीय कदम है।

कलेक्टर  तारन प्रकाश सिन्हा ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से जिले में जल संरक्षण व संवर्धन की दिशा में किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कलेक्टर सिन्हा ने जिले की भौगोलिक स्थिति के साथ जल स्त्रोतों तथा उनको संवारने के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया। कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि जिले में प्राकृतिक जल को अधिक से अधिक सहेजने तथा उसे भूमिगत करने का लक्ष्य लेकर कार्य किया जा रहा है। इसके तहत प्राकृतिक जल स्त्रोतों जैसे नदी व नालों के संवर्धन के काम हो रहे है।

जल के बहाव को नियंत्रित करने नालों में चेक डेम, गेबियन, कंटूर टे्रच जैसी विभिन्न संरचनाएं बनायी जा रही है। गांवों में केन्द्रीकृत जल स्त्रोत के रूप में 106 अमृत सरोवर बनाये गये है। इसके अलावा पंचायतों व उद्योगों के सहयोग से 55 व अन्य मदों से 10 सहित कुल 171 तालाबों का काया-कल्प किया गया है। इनकी गहरायी व क्षेत्र बढ़ाया गया है जिससे अब इसमें डेढ़ गुना तक वर्षा का जल अधिक स्टोर होगा।



सीईओ जिला पंचायत जितेन्दर यादव ने बताया कि जिले में जल संरक्षण को लेकर अंतर्विभागीय समन्वय से कार्य किया जा रहा है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के साथ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, जल संसाधन, वन, कृषि, राजस्व, नगरीय प्रशासन, जनसंपर्क, उद्योग विभाग द्वारा अपने क्षेत्र से संबंधित कार्यों से इस मुहिम को मजबूती दी जा रही है। जिसमें परंपरागत जल स्त्रोतों का पुनरूद्धार, स्वच्छ पेयजल, वृक्षारोपण, नरवा संवर्धन के साथ जन-जागरूकता प्रमुख लक्ष्य है।



उन्होंने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा किए गए कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। इसी प्रकार अलग-अलग विभागों के जिला अधिकारियों ने उनके विभाग से जुड़े कार्यों की प्रगति के बारे में बताया।