RAIPUR में बारिश से कई बस्तियां, कॉलोनियां जलमग्न…लोगों के बेडरूम डूबे, किचन-डायनिंग एरिया में भरा पानी, लोग होते रहे परेशान

रायपुर, 27 जून । शहर में सोमवार के पूरे दिन और रातभर बारिश होती रही। इस वजह से कई जगहों पर जल जमाव हो गया। बोरियाखुर्द, गोकुलनगर, तेलीबांधा और पुरानी बस्ती के कुछ हिस्सों में पानी भर जाने, पेड़ गिरने जैसी समस्याओं से लोगों को दो चार होना पड़ा। लोग पार्षदों को फोनकर नाराजगी जाहिर करते रहे।

तेलीबांधा आनंद विहार और आनंद नगर में तो जरा सी बारिश कॉलोनी वालों के लिए आफतों का पहाड़ बन गई। किसी की गाड़ी डूब गई तो किसी का बेडरूम। लोगों के किचन, डायनिंग एरिया में नाली का पानी भर गया। घर में बदबूदार पानी में सोफा, फर्नीचर सब डूबा रहा। वजह थी आस-पास के कुछ प्रॉपर्टी डीलर्स की मनमानी। स्थानीय लोगों ने बताया कि कॉलोनी के पास से गुजरने वाले पुराने नाले को पाटकर जमीन का सौदा कर दिया गया।

कॉलोनी में इस तरह लोगों के किचन में पानी भर गया।

कॉलोनी में इस तरह लोगों के किचन में पानी भर गया।

वार्ड के पार्षद कामरान अंसारी ने दैनिक भास्कर को बताया कि जब लोगों के घरों में पानी भरा तो हमने निगम आयुक्त को इसकी जानकारी दी। वो भी मौके पर आए और इस संबंध में कार्रवाई की बात कही। हमने कुछ जगहों से JCB से नाला खुदवाकर पानी बाहर निकालने का प्रयास किया मगर बारिश की वजह से JCB भी दलदली मिट्‌टी में फंस रही थी। एक दो दिन और बारिश हुई तो परेशानी बढ़ेगी। कुछ प्रॉपर्टी डीलर्स के खिलाफ शिकायत की है।

बेडरूम में पानी भरने से ऐसा लग रहा है जैसा कोई तालाब हो।

बेडरूम में पानी भरने से ऐसा लग रहा है जैसा कोई तालाब हो।

मौलीपारा इलाके में भी दर्जनों मकान में पानी भर जाने से परेशानी हुई। घर की महिलाएं, बच्चे बुजुर्ग सभी बाल्टियों से पानी बाहर फेंकते दिखे। पानी घर के भीतर घुसने की वजह से लोगों का काफी नुकसान भी हुआ है।

लोगों के घरों में भरा पानी निकलवाने पार्षद पहुंचे।

लोगों के घरों में भरा पानी निकलवाने पार्षद पहुंचे।

लगातार बारिश के बीच पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड गौरा गौरी चौक में बरगद का पुराना पेड़ टूटकर गिर गया। पार्षद और एमआईसी सदस्य आकाश तिवारी ने निगम की टीम और सीएसईबी के अधिकारियों के साथ मिलकर पहल करते हुए पेड़ को हटवाया। यहां पेड़ गिरने की वजह से बिजली भी काफी देर तक उपलब्ध नहीं हो सकी।

बारिश के पानी में डूबने की वजह से गाड़ियां खराब हो रही हैं।

बारिश के पानी में डूबने की वजह से गाड़ियां खराब हो रही हैं।

क्यों हो रहा जल भराव
एक्सप्रेस वे बनने के बाद से जलभराव का संकट गहराने लगा। इस दिक्कत को दूर करने के लिए एक्सप्रेस-वे से आनंद नगर की ओर अंडरग्राउंड सीवरेज बनाने का काम शुरू किया गया। चार महीने में सीवरेज बनकर तैयार होना था। बारिश से पहले काम पूरा हो जाता, लेकिन ठेकेदारों की लेटलतीफी की वजह से सीवरेज अब तक अधूरा है।

इन हालातों के बीच रहने को मजबूर लोग।

इन हालातों के बीच रहने को मजबूर लोग।

इस वजह से आनंद नगर और आनंद विहार कॉलोनी इस साल भी जलमग्न हो गई है। इस इलाके में रहने वाले लोगों में जलभराव को लेकर काफी आक्रोश है। अंडरग्राउंड सीवरेज के लिए सड़क को काफी ज्यादा खोद दिया गया है। उसे नहीं भरने की वजह से सड़क धसकने की आशंका में लोग डरे हुए हैं।

लोगों का फर्नीचर नाली के पानी में खराब होने का खतरा।

लोगों का फर्नीचर नाली के पानी में खराब होने का खतरा।

राजातालाब में भी पानी


दो दिन की बारिश में राजातालाब और मौलीपारा भी इस साल भर गया है। राजातालाब की गलियां एक से डेढ़ फीट तक भर गई हैं। पानी लोगों के घरों के भीतर भी घुस गया। पानी गिरते जा रहा है और लोग सुबह से पानी फेंकने का काम कर रहे हैं। मौलीपारा क्षेत्र में भी पानी भर गया है। बताया जा रहा है कि यहां पर नाले के ऊपर टॉयलेट बना दिया गया है। इस वजह से पास में गुरुद्वारा परिसर और मौलीपारा इलाके में पानी भर गया है।

पानी में डूबा डायनिंग एरिया।

पानी में डूबा डायनिंग एरिया।

क्या कह रहे महापौर


महापौर एजाज ढेबर ने कहा – जल विहार कॉलोनी की तीन दशक पुरानी समस्या दूर कर ली गई है। स्मार्ट ड्रेन बनने के बाद अब यहां पहले जैसी स्थिति नहीं रही। आनंद नगर और आनंद विहार में जलभराव के निदान के लिए अंडरग्राउंड ड्रेन बनाया जा रहा है। इसमें देरी को लेकर संबंधित अफसरों से जवाब लिया जाएगा। ठेकेदार की ओर से देरी होने पर पेनाल्टी लगाई जाएगी। जल्द से जल्द काम पूरा कराया जाएगा।

झूठे वादे, जलभराव के लिए अफसर जिम्मेदार : मीनल


नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने कहा कि पहली बारिश में ही शहर जलमग्न हो गया है। नालों की सफाई के दावे झूठे साबित हो रहे हैं। गर्मी में जल संकट से जूझी जनता अब जलभराव से परेशान है। अफसरों की लापरवाही का खामियाजा लोग भुगत रहे हैं। महापौर अफसरों से काम लेने में असफल हैं। महापौर-कमिश्नर को पत्र लिखकर जलभराव की समस्या पर चर्चा करने की मांग की गई है।

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