बंधा तालाब में डाला गया बैक्टिरियल ई-बॉल, अब होगा जलकुंभी का खात्मा

कोण्डागांव ,26 जून ।  जिला मुख्यलय के हृदय स्थल में स्थित बंधा तालाब को स्वच्छ एवं संरक्षित रखने के उद्देश्य से आज तालाब की मुख्य समस्या जलकुंभी के समूल खत्में के लिए 640  बैक्टिरियल ई-बॉल  प्रायोगिक तौर पर डाला गया। अध्यक्ष नगरपालिका वर्षा यादव ने कहा कि सरोवर की स्वच्छता और सौंदर्यकरण के लिए पालिका लगातार कार्य कर रही है एवं जलकुंभियों के निदान  के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। जलकुंभी के खात्मे के लिए अंबिकापुर में किये गए ई-बॉल के प्रयोग का रिजल्ट हमने देखा है आस्वस्त है कि बंधा तालाब जल्द  जलकुंभी मुक्त हो जाएगा।

सीएमओ दिनेश दे ने बताया कि आज 640 ईं-बाल डाला गया है। 08 माह की उपचार पद्धति वैज्ञानिकों के निर्देशन पर अपनाया जाएगा। अध्यक्ष नपा वर्षा यादव, पार्षद मनीष श्रीवास्तव, गीतेश गाँधी, आशु पांडेय, नरेंद्र देवांगन, तरुण गोलछा, ललिता नेताम, अनिता पोयम, नीलांबर जाली, योगेंद्र पोयम, नरेंद्र देवांगन एवं उपस्थित नगर वासियों ने जलकुंभी मुक्त अभियान का शुभारंभ किया।

ज्ञात हो कि  शासन-प्रशासन के साथ आम जनो ने भी जलकुंभी के खात्मे व जल धरोहर के स्वच्छता के लिए लागतार श्रमदान किया है एवं आज भी स्वच्छता का प्रयत्न निरंतर जारी है। इस जल धरोहर को बचाने में सबसे बड़ी बाधा जलकुंभी नजर आई है। जलकुंभियों को समूल नष्ट करने के लिए पानी में मौजूद उसके पोषक तत्वों को नष्ट करना आवश्यक है। इसके लिए यहाँ पहली बार बैक्टिरियल बॉल का प्रयोग किया जा रहा है।

जलकुंभी के निजाद के लिए लगेंगे साढ़े छ हजार ई-बॉल बंधा तालाब में

डॉ प्रशांत शर्मा बायोटेक्नोलॉजी अम्बिकापुर के वैज्ञानिक के द्वारा इजाद की गई बैक्टिरियल बॉल कैल्शियम कार्बाेनेट यानी चुना का गोला है, जिसमें मुख्यतारू 14 प्रकार के बैक्टीरिया शामिल है। इसमें मौजूद टी 64 और टी 14 जलकुंभी और हाइडिला के जड़ को खाता है, वहीं इसमें मौजूद अन्य बैक्टीरिया जलशुद्धि का कार्य करते हुए पीएच मान और टीडीएस को संतुलित करने का कार्य करते हैं। जल के शुद्धिकरण के लिए प्रति एकड़ 720 ई-बॉल का प्रयोग की अवश्यकता होती है जो निर्धारित नियत समय पर प्रयोग किया जाता है।