जगदलपुर ,26 जून । बस्तर में 12 की 12 विधानसभा सीट वापस लाना आसान नहीं होगा। इसके लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। पिछले चुनाव में बस्तर के मतदाताओं ने कांग्रेस प्रत्याशियों पर भरोसा दिखाया था, इस विश्वास को बनाए रखने की जिम्मेदारी अब हम सभी की होगी। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बस्तर दौरे पर पहुंचने के बाद एयरपोर्ट में चर्चा के दौरान यह बातें कही है।
सिंहदेव ने कहा कि चुनाव के पहले किसी भी प्रतिद्वंद्वी को हल्के में लेना भूल होगी। यह कह देना कि सारी की सारी सीट जीतेंगे ऐसा असंभव तो नहीं है पर इसके लिए सभी को संयुक्त रुप से काम करना होगा। ऊपरी स्तर के नेताओं से लेकर संगठन व जमीनी कार्यकर्ताओं को मिलकर यह लड़ाई लड़नी होगी। सर्व आदिवासी समाज के चुनावी मैदान में उतरने को लेकर कहा कि सर्व आदिवासी समाज यदि अपने प्रत्याशी उतारते हैं तो भी हमें तैयारी के साथ मैदान में जाना होगा। समाज से बातचीत कर उनका भरोसा जीतने का प्रयास भी कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि वे यहां कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण सम्मेलन में सम्मिलित होने आए हैं। इस दौरान वे जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं का मनोबल, भावना और काम करने की तैयारी को परखने का प्रयास करेंगे। प्रशिक्षण के दौरान कार्यकर्ताओं को अपनी बात नहीं रख पाते हैं, पर 45 मिनट की कक्षा में शिक्षक यदि 40 मिनट पढ़ाता है तो पांच मिनट प्रशिक्षुओं को भी अपनी बात रखने का समय रहता है। इतने समय में सबसे बात करना संभव नहीं है पर कार्यकर्ताओं की भावनाओं को भी समझने का प्रयास करेंगे।
चुनाव के पहले मतभेद का संदेश अच्छा नहीं
प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के बीच संगठन में फेरबदल को लेकर हुए विवाद पर स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि चुनाव के पहले किसी भी तरह का तालमेल या आदान-प्रदान में कमी दिखने का संदेश जाता है तो यह अच्छा नहीं है। इस प्रकरण में प्रदेश प्रभारी के निर्देश आने के बाद प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने स्पष्ट कर दिया था कि प्रदेश प्रभारी के गाइडेंस के अनुरूप ही काम करेंगे।
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