प्रधानमंत्री आवास से कतरीना को पक्के मकान में रहने का सपना हुआ साकार

जशपुरनगर , 9 जून  ग्राम पंचायत छेरडांड के निवासी कतरीना, स्व. उदय का आवास स्वीकृत की गई थी। परंतु पति की मृत्यु के बाद जीवन-यापन व पुराने जर्जर मकानों में रहना कठिन हो गया था। उनकी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी कि पुराने आवास को मरम्मत करा सके। कतरीना का आवास स्वीकृत की गई। पीएमएवाई के तहत पक्के आवास में रहने  का मौका मिला। प्रधानमंत्री आवास से कतरीना को पक्के मकान में रहने का सपना साकार हुआ है। 

प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण अंतर्गत पक्का आवास बनने के बाद  लाभ मिल रहे हैं। पक्के आवास को बार-बार मरम्मत करने की आवश्यकता  नहीं पड़ रही है।  सांप, बिच्छू, कीड़े- मकोड़े का भय दूर हुआ। पक्का मकान आने वाली पीढ़ी के लिए स्थायी संपत्ति बन गई। उज्जवला योजना के तहत रसोई गैस भी मिल गई है। इन्हें कच्चे चूल्हे में लकडिय़ों से निकलने वाले धुंआ से मुक्ति मिली है। पूरे परिवार का स्वास्थ्य अब बेहतर हुआ है। एस बी एम के तहत शौचालय भी बना हुआ है, जिससे इनके परिवार को बाहर जाने की भी आवश्यकता नहीं है। प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत सरपंच, सचिव के सहयोग से सामग्री भण्डारण में काफी सुविधा हुई पक्के आवास का मिलना कतरीना, स्व उदय राम के सपने साकार हुए नये आवास में उन्हें सुकून और सुरक्षा की छत दिलाई उन्होंने शासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है।

उल्लेखनीय है कि जशपुर जिले के ग्राम पंचायत छेरडांड, के निवासी कतरीना, स्व. उदय का आवास स्वीकृत की गई थी। परंतु पति की मृत्यु के बाद जीवन-यापन व पुराने जर्जर मकानों में रहना कठिन हो गया था। उनकी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी, कि पुराने आवास को मरम्मत करा सके। 2019-20 में कतरीना का आवास स्वीकृत की गई। इनको पीएमएवाई के तहत पक्के आवास में रहने का मौका मिला। उनके परिवार में बेटा बहू और स्वयं कुल 3 सदस्य निवासरत है। तीनों सदस्य रोजी-मजदूरी कर अपना जीवन-यापन करते है। कतरीना स्व. उदय ने कभी सोचा ही नहीं था कि उनका भी कभी पक्का आवास होगा। परंतु प्रधानमंत्री आवास योजना की बदौलत बंधन भी अपने अन्य सैकड़ों वनवासी भाइयों की तरह पक्के मकान में रहकर सुरक्षित व आरामदेह जीवन जी रहा है।

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