ओडिशा। बीते दिनों पहले ओडिशा के बालासोर में भयानक ट्रेन हादसा हुआ था जिसमें कुल 275 यात्रियों की मौत हो गई थी वहीँ 1000 यात्री घायल हो गए थे। इस दुर्घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। वहीँ अब बताया जा रहा है कि जिस जगह मृतकों के शवों को रखा गया था उसे अब हटाया जा रहा है। यह जगह एक स्कूल है जिस जगह शव रखे गए थे।
मिली जानकारी के मुताबिक, स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने कहा कि यहां पर मृतकों की आत्माएं। इस वजह से उन्होंने अपने बच्चों को स्कूल भेजने में अनिच्छा व्यक्त की। बालासोर दुर्घटना के समय स्कूल को अस्थायी मुर्दाघर में बदल दिया गया था। इसकी वजह से बालासोर में बहानागा स्कूल भवन के कुछ हिस्सों को तोड़ा जा रहा है।
एक शिक्षक ने कहा कि “कलेक्टर ने कल इमारत का दौरा किया। डरने की कोई बात नहीं है और यहाँ कोई आत्माएँ नहीं हैं। यह सिर्फ अंधविश्वास है। फिर भी, इसे हटा दिया जाएगा और एक नई इमारत बनेगी।”
बता दें कि बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन, बहनागा बाजार स्टेशन पर स्टेशनरी मालगाड़ी से टकरा गई। ट्रेन पूरी गति से चल रही थी क्योंकि उसे स्टेशन पर रुकना नहीं था। टक्कर इतनी जोरदार थी कि इसके 21 डिब्बे पटरी से उतर गए और इसके 3 डिब्बे दूसरी लाइन (डीएन लाइन) का उल्लंघन कर रहे थे। साथ ही यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस बहनागा बाजार स्टेशन से गुजर रही थी और टकरा गई, इसके पिछले 2 डिब्बे पटरी से उतर गए।
अब इस मामले की जांच सीबीआई के हाथों सौंप दी गई है। सीबीआई इस पूरे मामले की जांच कर रही है। इसमें यह देखा जा रहा है कि क्या यह सब गलती थी या कोई बड़ी साजिश।
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