प्रदेश प्रभारी ओम माथुर को बदले जाने मुख्यमंत्री के बयान पर सांसद गोमती की प्रतिक्रिया
रायगढ़ । परिवार वाद की परिक्रमा से मुख्यमंत्री की कुर्सी हासिल करने वाले भूपेश बघेल बदलाव की प्राकृतिक व्यवस्था से अनभिज्ञ हैं। यह बयान क्षेत्र की सांसद गोमती साय ने मुख्यमंत्री द्वारा चुनाव आते आते भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर को बदले जाने के बयान पर दी है।
सांसद गोमती साय ने कहा भाजपा समय के साथ बदलाव की प्राकृतिक व्यवस्था का अनुसरण करती है, लेकिन कांग्रेस से जुड़े नेता आजादी के सत्तर वर्ष बाद भी गांधी परिवार की चरण वंदना को अपना सौभाग्य समझते हैं। ढाई-ढाई साल के समझौते के मुख्यमंत्री की कुर्सी पाने वाले भूपेश बघेल को अपनी कुर्सी पर खतरा मंडराता नजर आ रहा है, इसलिए वे भाजपा में हो रहे बदलाव को लेकर समीक्षा करने में व्यस्त है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अहंकारी निरूपित करते हुए सांसद गोमती साय ने कहा वक्त के बदलाव जो समय रहते स्वीकार नहीं करता उसे समय के साथ देश की जनता स्वयं बदलाव करती है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दस जनपथ का थोपा हुआ मुख्यमंत्री निरूपित करते हुए सांसद में कहा विधानसभा चुनाव के छः महीने बाद हुए लोकसभा चुनाव के दौरान ग्यारह में से नौ सीटो में भाजपा को जीता कर छत्तीसगढ़ की जनता ने मोदी सरकार बनाने अहम भूमिका निभाई थी। लोकसभा के चुनाव भूपेश बघेल के नेतृत्व में हुए इसलिए इस हार का नैतिक दायित्व लेते हुए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए था।
आने वाले विधान सभा चुनाव में भूपेश बघेल को अपनी हार नजर आने लगी है, इसलिए वे भाजपा में हो रहे बदलावों को देख चिंता में दुबले हुए जा रहे हैं। प्रदेश प्रभारी ओम माथुर की जमीनी कार्यशैली से भूपेश बघेल भयभीत हो गए हैं। प्रदेश में लगातार भाजपा प्रवेश को लेकर अब भूपेश बघेल को यह समझ जाना चाहिए कि कांग्रेस के जहाज में छेद हो चुका है और डूबने के पहले इस जहाज से उतरने की होड़ मची हुई है।
शराब घोटाले एवं गौठान घोटाले में गले का आकंठ तक डूबी भूपेश सरकार से प्रदेश की जनता तंग आ चुकी है। प्रदेश की जनता भ्रष्टाचार से तंग आ चुकी है और इसकी विदाई तय है। राम महोत्सव के दौरान जिले के मंत्री उमेश पटेल ने मंच में मौजूद सिर्फ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम लेते हुए उन्हें लोकप्रिय बताया जबकि उन्होंने मंच में मौजूद अन्य आदिवासी मंत्रियों का नाम तक लेने से परहेज किया। भूपेश बघेल के मंत्री उमेश पटेल को सांसद गोमती ने भयभीत मंत्री निरूपित किया।
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