राजनांदगांव ,07 जून । राजनांदगांव जिले में सघन जांच अभियान संचालित करते हुए 514 टीबी मरीजों को खोजकर मरीजों का उपचार शुरू किया गया। निक्षय मित्रों द्वारा पोषण आहार प्रदान किये जाने में राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं सभी 514 टीबी के मरीजों को जनसहयोग से नि:शुल्क पोषण आहार का वितरण उनके उपचार अवधि तक प्रदाय किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि शासन के निर्देशानुसार टीबी मुक्त भारत अभियान अंतर्गत कोई भी व्यक्ति चाहे वे सांसद, विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधि, पंचायत समाजसेवी, उद्योगपति शासकीय सेवक, रेडक्रास सोसायटी, सीएसआर विंग्स हो या नागरिक ऑनलाईन पर लागिन कर निक्षय मित्र के रूप में अपना पंजीयन कराकर टीबी के मरीजों को पोषण आहार दे सकते हैं। जिसके अंतर्गत तीन किलो अनाज, डेढ़ किलो दाल, एक किलो मूंगफल्ली या दूध पावडर एवं खाने का तेल दिया जाएगा। उनके उपचार अवधि न्यूनतम 6 माह तक प्रदाय कर निक्षय मित्र बन सकते हैं। बासपाई पारा में रहने वाले पति-पत्नी दोनों टीबी की बीमारी से ग्रसित हैं।
माह नवम्बर 2022 में दोनों पति-पत्नि का टीबी का उपचार प्रारंभ करते समय उनका वजन क्रमश: 45 एवं 35 किलोग्राम ही था। पति-पत्नी दोनों की बीमारी से ग्रसित होने एवं परिवार में अन्य कोई कमाऊ सदस्य नहीं होने के कारण परिवार की आय अत्यंत कम हो गई थी। शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र के माध्यम से उन दोनों की नि:शुल्क जांच कराकर नि:शुल्क टीबी का उपचार प्रारंभ किया गया। निक्षय मित्र श्री प्रदीप शर्मा द्वारा दोनों पति-पत्नी को पोषण आहार लगातार प्रतिमाह प्रदाय किया जा रहा है। जिससे उनका वजन 4 माह में बढ़कर क्रमश: 52 एवं 41 किलोग्राम हो गया। दोनों पति-पत्नी के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है। पति-पत्नी दोनों के द्वारा प्रशासन की इस पहल के साथ ही अपने निक्षय मित्र को धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं। इसी प्रकार टीबी उपचाररत सभी 514 टीबी मरीजों के स्वास्थ्य में आशानुरूप सुधार हो रहा है।
राजनांदगांव जिले के राजा राम मेज प्रोड्क्टस एवं उदयाचल द्वारा संयुक्त रूप से 104, रेडक्रास सोसायटी द्वारा 100, दवा विक्रेता संघ द्वारा 20 अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा 123 ग्राम पंचायतों द्वारा 39, जनप्रतिनिधियों द्वारा 7, शिक्षकों द्वारा 4, डॉक्टरों द्वारा 35 एवं ग्राम स्वच्छता पोषण समिति द्वारा 35 एवं अन्य जन समुदाय द्वारा 66 मरीजों को निक्षय मित्र बनकर उनके द्वारा पोषण आहार प्रदाय किया जा रहा है। पोषण आहार प्रतिमाह निक्षय मित्रों के द्वारा उपचार पूर्ण होने तक मरीजों को प्रदाय किया जा रहा है।
प्रशासन की इस पहल से टीबी मरीजों को जनसहयोग से पौष्टिक आहार प्राप्त हो रहा है। जिससे मरीजों की टीबी की बीमारी से लडऩे की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि हो रही है एवं वे जल्द स्वस्थ हो रहे हैं। टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है। सही समय पर नियमित उपचार और दवाई से टीबी रोग पर नियंत्रण पाया जा सकता है। जनसमान्य की सहभागिता से राजनांदगांव जिला टीबी मुक्त होने की ओर अग्रसर है।
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