रायगढ़ ,07 जून । खरीफ सीजन के पहले सहकारी समितियों में हड़ताल प्रारंभ हो गई है। प्रबंधकों और अन्य कर्मचारियों ने सारे काम बंद कर दिए हैं। ऐसे में खाद भंडारण और वितरण प्रभावित होगा। अभी प्रदेश में हड़ताल का दौर चल रहा है। संविदा कर्मचारी, पटवारी के बाद अब समिति प्रबंधक भी आंदोलन पर उतर आए हैं। तीन सूत्रीय मांगों को लेकर प्रबंधकों ने काम बंद कर दिया है। जबकि अभी समितियों में खरीफ के खाद का भंडारण और वितरण का कार्य चल रहा है।
समिति प्रबंधकों की मांग है कि सभी कर्मचारियों को नियमितिकरण का लाभ मिले। सरकारी कर्मचारी की तरह वेतन दिया जाए। समितियों में सीधी भर्ती पर रोक लगाते हुए कर्मचारियों का समायोजन किया जाए। वहीं एक जून से समितियों में तालेबंदी कर दी गई है। समितियों में वेतन निकासी का कोई सिस्टम नहीं होने के कारण भी गड़बड़ी होती है। खरीफ सीजन के लिए खाद-बीज वितरण प्रभवित हो रहा है। हालांकि समितियों की की मांगें मानने की कोई गुंजाइश नहीं दिख रही, क्योंकि इतने कर्मचारियों को नियमित करने के लिए लंबी प्रक्रिया है। समितियों में नियुक्त प्रबंधक और अन्य कर्मचारियों की शैक्षणिक योग्यता पर भी सवाल उठते हैं।
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