Train Accident In Odisha : ओडिशा में रेल हादसे पर रेलवे ने आज एक बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमे उन्होंने हादसे को लेकर कई खुलासे किये। रेलवे बोर्ड की सदस्य और ऑपरेशन एंड बिजनेस डेवलपमेंट जया वर्मा सिन्हा ने प्रेस कॉंन्फ्रेंस में कहा कि सुरक्षा रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सबूतों से छेड़छाड़ न हो और कोई भी गवाह प्रभावित न हो। गंभीर रूप से घायल हुए ट्रेन के चालक ने कहा कि ‘ग्रीन’ सिग्नल मिलने के बाद ही ट्रेन आगे बढ़ी। न तो उसने कोई सिग्नल जंप किया और न ही ट्रेन ओवरस्पीड हो रही थी।
मालगाड़ी पटरी से नहीं उतरी थी। चूंकि मालगाड़ी लौह अयस्क ले जा रही थी, इसलिए सबसे ज्यादा नुकसान कोरोमंडल एक्सप्रेस को हुआ। यह बड़ी संख्या में मौतों और चोटों का कारण है। कोरोमंडल एक्सप्रेस की पटरी से उतरी बोगियां डाउन लाइन पर आ गईं, और यशवंतपुर एक्सप्रेस की आखिरी दो बोगियों से टकरा गईं, जो डाउन लाइन से 126 किमी / घंटा की गति से पार कर रही थी।
उन्होंने कहा कि एनआईए नहीं, गृह मंत्रालय हमारी मदद कर रहा है। रेलवे ट्रैक का काम चल रहा है, कम से कम दो रेलवे लाइनों के आज रात 8 बजे तक साइट पर चालू होने की उम्मीद है। हमें उम्मीद है कि ट्रेनें धीमी रफ्तार से दौड़ने लगेंगी। पूछताछ चल रही है, हम सभी एंगल से जांच कर रहे हैं। प्रथम दृष्टया यह सिग्नलिंग का मामला प्रतीत होता है, लेकिन हम अभी तक कुछ भी प्रमाणित नहीं कर सकते हैं।
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