श्रमिकों से कराना था रेत लाेडिंग, पाेकलेन का हो रहा उपयोग

जिले में नए नियम के चक्कर में अधिकांश रेत खदान इस बार शुरू नहीं हाे सके। इसका फायदा एक ओर शहरी क्षेत्र में रेत तस्कर उठा रहे हैं, ताे आउटर में रेत ठेकेदार। दरअसल पाेड़ी-उपराेड़ा विकासखंड अंतर्गत पाेड़ी से बांगाे जाने वाले मार्ग पर नदी किनारे रेत खदान का लाइसेंस जारी हुआ है। नियम के अनुसार वहां मजदूरों के जरिए रेत खनन व लाेडिंग करवाना है, लेकिन ठेकेदार मजदूरों की बजाय दाे पाेकलेन लगाकर खनन व लाेडिंग और हाइवा के जरिए परिवहन करा रहा था।

लगातार हाइवा चलने से पाेड़ी से बांगाे की ओर जाने वाले सड़क की स्थिति खराब हाेते जा रही थी। प्रशासन से शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हाेने पर गुरुवार काे स्थानीय ग्रामीणों का गुस्सा फूट गया। जिन्हाेंने रेत खदान के क्षेत्र में पहुंचकर खनन-परिवहन राेक दिया।

साथ ही नियमाें से परे जाकर रेत ठेकेदार द्वारा खनन-परिवहन किए जाने की सूचना प्रशासन-पुलिस काे दी। जिसके बाद बांगाे थाना प्रभारी निरीक्षक अभय बैस व प्रशासनिक अधिकारी वहां पहुंचे। जहां रेत खदान के तय क्षेत्र के बजाए अतिरिक्त हिस्से से रेत खनन-परिवहन किया जाना प्रतीत हुआ। माैके पर माैजूद ठेकेदार के प्रतिनिधि से अधिकारियाें ने दस्तावेज प्रस्तुत करने काे कहा ताे गाेलमाेल बात करने लगा। स्थिति काे देखते हुए माैके पर मिले 2 हाइवा व 2 पाेकलेन काे जब्त कर जांच में लिया गया है।

ग्रामीणाें ने कहा- हमारी सड़क से न हाे परिवहन
बांगाे क्षेत्र के ग्रामीणों ने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियाें से कहा कि वे बस इतना चाहते हैं कि पाेड़ी मार्ग काे बांगाे से जाेड़ने वाले सड़क पर रेत परिवहन में लगे भारी न चलें। क्याेंकि भारी वाहनाें के चलने से सड़क खराब हाेता जा रहा है।

जांच में मिले तथ्याें के आधार पर हाेगी कार्रवाई
बांगाे थाना प्रभारी निरीक्षक अभय बैस के मुताबिक नदी किनारे से रेत खनन-परिवहन के मामले में शिकायत के आधार पर प्रशासनिक टीम जांच कर रही है। जांच में जाे भी तथ्य हाेगा उसके आधार पर आगे कार्रवाई हाेगी।