समर कैंप में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों का सम्मान

राजनांदगांव,01 जून  कहा जाता है कि मंच और अवसर मिलने पर छुपी हुई प्रतिभा, कौशल व हुनर को तराशने का सुनहरा मौका मिलता है। कलेक्टर ने इस बात को तस्दीक करते हुए शासकीय शालाओं में समर कैम्प आयोजन करने की अभिनव पहल की। जिले के 904 प्राथमिक शाला एवं माध्यमिक शाला में 8 मई से 22 मई तक लगातार 15 दिनों तक समर कैम्प का आयोजन किया गया। समर कैम्प में 15 हजार 432 विद्यार्थियों ने 79 विधाओं में अपने विभिन्न प्रतिभा को प्रदर्शित किया।

समर कैम्प का आयोजन होने से शासकीय शालाओं में छात्र-छात्राओं को अपनी छुपी हुई प्रतिभा एवं कौशल को साबित करने का एक सुनहरा मंच मिला। कलेक्टर ने आज इन विद्यार्थियों को अपने कलेक्टर निवास आमंत्रित किया। कलेक्टर निवास में समर कैम्प में भाग लेने वाले 500 से अधिक छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। साथ ही कक्षा 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षा में टॉप टेन में आने वाले प्रतिभावान छात्र-छात्राओं ने भी कलेक्टर बंगले का भ्रमण किया। कलेक्टर की इस अभिनव पहल ने प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को एक सुनहरा मौका देते हुए अपने सपनों को साकार करने और आगे प्रगति की राह पर चलने का मार्ग और पथ प्रदर्शन का काम किया है।

कलेक्टर बंगले के भ्रमण के पश्चात इन सभी छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के उद्देश्य से पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर ऑडिटोरियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सम्मान समारोह कार्यक्रम में कलेक्टर ने समर कैम्प के नायक बने इन छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। ऑडिटोरियम में 9 तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति इन छात्र-छात्राओं द्वारा दी गई। कलेक्टर छात्र-छात्राओं की मुस्कान से लबरेज हुनर को देखकर काफी खुश हुए। उन्होंने इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गर्मियों की छुट्टी में सभी शालाओं के बच्चे अपने घरों में रहकर अपनी प्रतिभा कौशल और हुनर को पहचान नहीं पाते हैं। इस बात को समझते हुए समर कैम्प आयोजन किया गया।

उन्होंने कहा कि निजी शालाओं के विद्यार्थियों को उनके पालक के द्वारा गर्मियों की छुट्टी में अनेक प्रकार की गतिविधियों से जोडऩे के लिए अनेक ट्रेनिंग सेंटर में भेजा जाता है। यह मौका शासकीय शालाओं के बच्चों को नहीं मिलता है। इसलिए स्कूल स्तर पर ही शासकीय शालाओं के शिक्षकों के माध्यम से समर कैम्प का आयोजन करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि शालाओं के शिक्षक अनेक विधाओं में परंपरागत होते हैं। हर स्तर पर बच्चों को उत्कृष्ट बना सकते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए समर कैम्प का आयोजन किया गया। समर कैम्प का आयोजन होने से बच्चों की छुपी हुई प्रतिभा खुलकर सामने आयी और बच्चे मन लगाकर अपनी प्रतिभा को उजागर कर सके हैं। कलेक्टर ने कहा कि मंच पर अवसर मिलने पर हर किसी को अपनी प्रतिभा को साबित करने का मुहूर्त मिलता है। उन्होंने कहा कि समर कैम्प में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक समर कैम्प में हिस्सा लेकर इसका पूरा लाभ लिया है।

कलेक्टर ने इसके लिए सभी शासकीय शाला के शिक्षकों और समर कैम्प में हिस्सा लेने वाले विद्यार्थियों के माता-पिता को धन्यवाद ज्ञापित किया। कलेक्टर ने कहा कि एक छोटी सी कोशिश बच्चों के लिए अपनी कल्पना को साबित करने का मंच मिला, यह गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि जिले के लिए यह एक नया और अनूठा प्रयास था जो सफल होकर विद्यार्थियों के लिए कलात्मक रूप से सफल साबित हुआ। कलेक्टर ने कहा कि उनकी जिले में पदस्थापना के उपरांत हुए शिक्षा के क्षेत्र को फोकस करते हुए स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में स्मार्ट टीवी की व्यवस्था जनसहभागिता से करने पहल की गई थी।

उन्होंने कहा कि जनसहभागिता से जिले के सभी प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला में स्मार्ट टीवी की व्यवस्था की गई है। जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए स्मार्ट टीवी की व्यवस्था करने की यह पहल जारी है। कलेक्टर ने  जनसहभागिता से स्मार्ट टीवी  लिए दान में देने वाले लोगों के प्रति अपना कृतज्ञता ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में स्मार्ट टीवी व्यवस्था करने के प्रदेश के साथ ही पूरे देश में चर्चा हो रही है।

स्मार्ट टीवी स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए ब्रह्मास्त्र का कार्य करेगा और बच्चे इससे तरह-तरह की गतिविधियों के साथ शिक्षा ग्रहण कर अपने सपनों को साकार कर सकेंगे। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा देवहारी, एसडीएम अरूण वर्मा, संयुक्त कलेक्टर खेमलाल वर्मा, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती शिल्पा देवांगन, जिला शिक्षा अधिकारी राजेश सिंह, परियोजना अधिकारी साक्षरता श्रीमती रश्मि सिंह, जिला मिशन समन्वयक सतीश ब्यौहारे सहित अधिकारी-कर्मचारी, शिक्षक, बच्चों के अभिभावक एवं स्कूली विद्यार्थी उपस्थित थे।