शिक्षा गुणवत्ता विकास के लिये रायगढ़ में आयोजित हुई कार्यशाला

जिले के सभी विकासखण्डों से शामिल हुये विषय-विशेषज्ञ

रायगढ़।  जिले के स्कूलों में गुणवत्ता विकास के लिये कलेक्टर रायगढ़ तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देश एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी  अबिनाश मिश्रा के मार्गदर्शन में एक दिवसीय कार्यशाला कलेक्टोरेट के सृजन सभाकक्ष आयोजित हुई। इस दौरान सातों विकासखण्ड के बीईओ, एबीईओ, बीआरसीसी एवं गणित, विज्ञान एवं अंग्रेजी विषय के अध्यापन करने वाले चयनित शिक्षक उपस्थित रहे।

कार्यशाला के दौरान सीईओ मिश्रा ने विषय-विशेषज्ञ शिक्षकों से गणित, विज्ञान एवं अंग्रेजी विषय के अध्यापन के दौरान कौन-कौन सी परेशानी होती है, साथ ही बच्चों में निर्धारित न्यूनतम अधिगम किस तरह प्राप्त की जा सकती है, बच्चों में वैज्ञानिक अभिरुचि कैसे विकसित होगी इसकी जानकारी प्राप्त किए। सीईओ अविनाश मिश्रा ने प्रत्येक स्कूलों में विज्ञान की अभिरुचि बच्चों में कैसे विकसित हो इसके लिए क्या प्रयास करते हुए इसकी संकुलवार एवं स्कूलवार कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये।

कार्यशाला के दौरान प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर पर कबाड़ से अध्ययन सामग्री तैयार कर सभी स्कूलो में उपयोग करने के निर्देश दिये। साथ ही नवीन सत्र में स्कूल खुलते ही कक्षा 6 से 12 तक कि कक्षाओं में नियमित रूप से प्रायोगिक कक्षायें अनिवार्य रूप से प्रारम्भ करने एवं नियमित रूप से अध्यापन कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिये।बच्चों में वैज्ञानिक अभिरुचि जागृत करने, गणितए विज्ञान तथा अंग्रेजी विषय के डर को दूर करने एवं सरल तरीके से किसी पाठ का अध्यापन कैसे किया जाय, इसके लिए तीनो विषयों के विषय शिक्षकों की जिला स्तरीय, विकासखण्ड स्तरीय एवं संकुल स्तरीय समिति गठित की जायेगी। जो उक्त तीनों विषयों में अध्यापन में आने वाली समस्याओं का समाधान करेगी, साथ ही शिक्षकों को विषय अध्यापन में हो रही परेशानियों को दूर करने में सहयोग करेगी। जिसके लिये तीनो विषयों के लिए व्हाट्सएप ग्रुप तैयार कर अध्यापन करने वाले सभी शिक्षकों को जोडऩे के निर्देश दिये गए।

कार्यशाला में शिक्षा विभाग के नोडल अधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर रेखा चंद्रा ने बच्चों को अध्यापन करने के नए-नए तरीके अपनाकर रोचक तरीके से पढ़ाने का अनुरोध किया ताकि विषय वस्तु बच्चों को अच्छे तरीके से समझ आ सके। कार्यशाला के दौरान डीईओ बी.बाखला ने शिक्षकों से एन.ई.पी.2020 को विस्तार से अध्ययन कर दिये गए लक्ष्यों की पूर्ति निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये। डीएमसी नरेन्द्र चौधरी ने शिक्षकों के द्वारा कक्षा शिक्षा के दौरान किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इस पर प्रकाश डाला।

कार्यशाला में एपीसी भुवनेश्वर पटेल ने साल भर तक गुणवत्ता विकास के लिये किस तरह की कार्यवाही की जानी है और क्या-क्या कार्य पूर्ण करना है, इसकी विस्तार से जानकारी देते हुये जिले में गुणवत्ता विकास में सभी शिक्षकों से सहयोग करने का आग्रह किया। एपीसी आलोक स्वर्णकार द्वारा एनएएस एवं आंसर रिपोर्ट में जिले की वर्तमान स्थिति एवं बेहतर सुधार के प्रयासों पर विस्तार से चर्चा किया। इसी तरह की कार्यशाला का आयोजन विकासखण्ड स्तर पर आयोजित कर कार्यक्रम के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश सभी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों को दिये गये, ताकि गुणवत्ता विकास धरातल पर दिख सके। कार्यशाला के दौरान एपीसी भूपेंद्र पटेल, एपीसीए प्रभारी मनोज पटेल सीएसी के साथ सभी विकासखण्ड के बीईओ, एबीईओ, बीआरसीसी एवं विषय-विशेषज्ञ शिक्षक उपस्थित थे।