नई दिल्ली: IPL 2023 का फाइनल मुकाबला होना तो 28 मई को था. लेकिन, अब ये 29 मई को खेला जाएगा. वजह है बारिश, जिसके चलते ये मुकाबला अपने रिजर्व डे में गया है. IPL फाइनल के वेन्यू अहमदाबाद में 28 मई जो बारिश एक बार शुरू हुई तो फिर रूकी ही नहीं, नतीजा मैच को टालना पड़ा. अब मुकाबले का 29 मई को होना महज इत्तेफाक है या फिर चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एमएस धोनी की किस्मत उनसे रूठ गई है, कहा नहीं जा सकता.
वैसे आप सोच रहे होंगे कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं? तो इसके पीछे की वजह है गुजरात टाइटंस का 29 मई की तारीख से जुड़ा कनेक्शन. ये तारीख हार्दिक पंड्या और उनकी टीम के लिए बेहद खास है, ठीक वैसे ही जैसे 28 मई की तारीख चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खास थी.
28 मई को होता फाइनल तो CSK के लिए अच्छा था?
28 मई को फाइनल से पहले ही कई क्रिकेट पंडितों ने चेन्नई सुपर किंग्स को खिताब का दावेदार बता दिया था. सबकी अपनी वजहें थी. लेकिन, एक कनेक्शन 28 मई की तारीख से भी जुड़ा था. दरअसल, इस तारीख को ही साल 2011 में चेन्नई सुपर किंग्स ने अपना खिताब डिफेंड किया था और ऐसा करने वाली पहली टीम बनी थी.
29 मई को फाइनल, इत्तेफाक या धोनी की रूठी किस्मत?
IPL 2023 का फाइनल अब 29 मई को खेला जा रहा है. ये वही तारीख है, जिस दिन गुजरात टाइटंस पहली बार IPL चैंपियन बनी थी. उसने राजस्थान रॉयल्स को हराकर IPL 2022 का खिताब जीता था. खास बात ये है कि मैदान भी तब अहमदाबाद का ही था, जहां इस सीजन का भी फाइनल खेला जा रहा है.
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ऐसे में अब सवाल है कि क्या हार्दिक पंड्या को खिताब से मिलाने की ये कोशिश कहीं कायनात की तो नहीं. कहीं ये किस्मत का यू टर्न तो नहीं, जो एमएस धोनी से हार्दिक पंड्या पर शिफ्ट हो गया है. क्योंकि जिस दिन खिताब जीता उसी तारीख को, उसी अहमदाबाद के मैदान पर, अब उन्हें उसे डिफेंड करने का चांस मिला है.
वैसे भी अगर 29 मई, जो कि रिजर्व डे है, को मैच नहीं होता है तो फिर उस सूरत में भी विजेता गुजरात टाइटंस को ही बनना है.
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