रायगढ़ ,28 मई । नागपुर से झारखंड वापस लौट रही एक गर्भवती महिला को लेबर होने पर उसने ट्रेन में ही स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। चलती ट्रेन में किलकारी गूंजने का यह सुखद प्रसंग मुसाफिरों की मदद से संभव हो सका। झारखंड के पश्चिम सिंहभूमि जिले के मामूर गांव में रहने वाली सरिता गोप (35 वर्ष) अपने पति मनोज गोप और अन्य लोगों के साथ कमाने खाने के सिलसिले में महाराष्ट्र गई थी। नागपुर में एक किराए के मकान में रहने वाली सरिता 9 माह की गर्भवती थी, किंतु आवश्यक पारिवारिक कारणों से उसे इसी हालत में वापस घर जाना पड़ा। नागपुर रेलवे स्टेशन से इतवारी-टाटा पैसेंजर के एस-1 बोगी के सीट नंबर 52 में बैठने वाली सरिता झारखंड जाने निकली थी।
शनिवार सुबह बिलासपुर स्टेशन से ट्रेन छूटी तो उसे प्रसव पीड़ा का एहसास हुआ। पहले पहल तो काफी देर तक वह लेबर पेन सहती रही, मगर जब कोख से बच्चा बाहर निकलने लगा तो वह घबरा आसपास गई और बैठे मुसाफिरों से सहायता मांगने लगी। ऐसे में महिला यात्रियों ने सरिता की गंभीर हालत को भांप टीटीई को जानकारी देते हुए मेडिकल इमरजेंसी बताई तो रायगढ़ के स्टेशन मैनेजर एसएस महापात्र को इसकी भनक लगी।
फिर क्या ट्रेन के खरसिया से भूपदेवपुर पहुंचने पर रायगढ़ स्टेशन में रेलवे के डॉक्टर्स और मेडिकल स्टॉफ अलर्ट होकर तैयार खड़े मिले। मगर प्रसूता ने चलती गाड़ी में ही शिशु को जन्म दिया तो नवजात की पहली किलकारी सुनते ही बोगी का तनावपूर्ण माहौल में खुशी छा गई। ट्रेन जब रायगढ़ में रुकी तो रेलवे पुलिस की मौजूदगी में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने जच्चा-बच्चा दोनों को सुरक्षित उतारा और एम्बुलेंस से उनको बेहद सावधानी से एमसीएच ले गए। जहां दोनों का विशेष ख्याल रखा जा रहा है।
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