रोजगार की तालश में लोग गांव से शहर की तरफ पलायन कर रहे हैं. इससे शहरों के ऊपर जनसंख्या का दवाब बढ़ रहा है. इससे शहरों में खाने-पीने से लेकर हर चीज महंगी हो गई हैं. खास बात यह है कि लोगों को बहुत अधिक पैसे खर्च करने के बाद भी शुद्ध खाना नहीं मिल रहा है. यहां तक की हरी मिर्च, धनियां, अदरक और लहसून भी ऑर्गेनिक नहीं मिल रहे हैं. इससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पर रहा है. शहर वासी चाहें तो अपने फ्लैट और घर के अंदर इन मसालों की खेती कर सकते हैं. इससे उन्हें ऑर्गेनिक और शुद्ध आहार मिलेगा और साथ में पैसों की बचत भी होगी. ऐसे में नीचे बताए गए तकनीक से आप घर के अंदर इन मसाले को उगा सकते हैं.
हल्दी: हल्दी एक ऐसा मसाला है, जिसके बगैर सब्जी की कल्पना भी नहीं की सा सकती है. किसी भी तरह की सब्जी में हल्दी का उपयोग होता है. हल्दी औषधीय गुणों से भूरपूर है. इसका सेवन करने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है. अगर आप चाहें, तो अपने घर के अंदर भी इसकी खेती कर सकते हैं. आप घर की छत पर गमले में हल्दी की बुवाई कर सकते हैं. हल्दी को रोज 5 से 6 घंटे धूप चाहिए. इससे फसल का ग्रोथ अच्छा होता है. खास बात यह है गर्मी के मौसम में हल्दी की खेती करना अच्छा रहता है. रोपाई करने के 6 से 8 महीने बाद हल्दी की फसल तैयार हो जाएगी.
धनिया: आप घर के अंदर धनिया की भी खेती कर सकते हैं. इसके लिए आपको आयताकार गमले की जरूरत पड़ेगी. इसकी खेती आप किसी भी तरह के मौसम में कर सकते हैं. आपको गमले में धनिया के बीज की बुवाई करनी पड़ेगी. अगर आप चाहें तो खाद के रूप में गोबर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. साथ ही बीच- बीच में सिंचाई करते रहें. इस तरह एक महीने के अंदर आप गमले से धनिया की हरी- हरी पत्तियां तोड़ सकते हैं.
हरी मिर्च: दाल हो या सब्जी, तड़का लगाने के लिए हरी मिर्च के बगैर इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. हरी मिर्च का पौधा लगाने के लिए आप गमले में मिट्टी के साथ गोबर, कोकोपीट और नीमखली भी मिला सकते हैं. इससे उर्वरा शक्ति बढ़ जाती है. इसके बाद अप गमले में मिर्च के पौधे रोप सकते हैं. कुछ महीने बाद आपके गमले से हरी मिर्च का प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा. बीच- बीच में पौधों की सिंचाई भी करते रहें.
जीरा: जीरा भी एक अहम मसाला है. इसके बगैर किचन अधूरा सा लगता है. जीरा का तड़का लगाते ही दाल और सब्जी का स्वाद बढ़ जाता है. बहुत से लोग जीरा राइस भी बड़े चाव से खाते हैं. इसलिए घर में जैविक विधि से उगाया गया जीरा स्वास्थ्य के लिए ज्यादा लाभदायक रहेगा. जीरा लगाने के लिए आपको 10 इंच के गमले की जरूरत पड़ेगी. फिर मिट्टी में गोबर और कोकोपीट मिलकार जीरे की बुवाई कर दें. बीच- बीच में गमले में पानी भी डालते रहें. इससे कुछ महीने बाद अच्छी पैदावर होगी.
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