क्या है Apple का iMessage Contact Key Verification फीचर? इन खास यूजर्स का बनेगा सुरक्षा कवच

हाल ही में आईफोन मेकर कंपनी एपल ने अपने बीटा यूजर्स के लिए iOS 16.6 को रिलीज किया है। इस सॉफ्टवेयर अपडेट के साथ कंपनी ने एक खास फीचर आईमैसेज कॉन्टेक्ट की वेरिफिकेशन (iMessage Contact Key Verification) को जोड़ा है।

हालांकि, यह फीचर बीटा यूजर्स के लिए काम कर पा रहा है या नहीं, इसकी जानकारी नहीं है। अगले महीने ही Apple का सालाना इवेंट वर्ल्ड वाइड डेवलपर कॉन्फ्ररेंस होने जा रहा है, ऐसे में यह फीचर एपल की ओर पूरी तरह से रिलीज किया जा सकता है। आइए जानते हैं, एपल का आईमैसेज कॉन्टेक्ट की वेरिफिकेशन फीचर क्या है और यूजर्स के लिए कैसे काम करता है-

क्या है iMessage Contact Key Verification?

दरअसल Apple का यह फीचर यूजर्स को साइबर अटैक के खतरे से बचाने के लिए डिजाइन किया गया है। खास कर वे यूजर्स जिन्हें साइबर अपराधियों का खतरा सबसे ज्यादा खतरा होता है, उनके लिए यह फीचर एक सुरक्षा कवच की तरह काम करने के लिए लाया गया है।

एपल ने यह फीचर खास कर जर्नलिस्ट, ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट, सरकारी कर्मचारियों और दूसरे यूजर्स के लिए पेश किया है।

iMessage Contact Key Verification कैसे करता है काम?

एपल यूजर्स के लिए लाया गया यह फीचर एक खास तरह से काम करता है। दो एपल यूजर्स इस फीचर को एनेबल कर आपस में टेक्स्ट के जरिए बात करते हैं तो यह फीचर यूजर को एक-दूसरे की सही आईडेन्टिटी पक्की करने में मदद करता है।

फीचर एनेबल करने के बाद किसी तीसरे अनऑथराइज्ड पर्सन और किसी थर्ड पार्टी की दो लोगों के बीच एंट्री एक तरह बैन हो जाती है। दो लोगों की बातचीत में अगर किसी तरह की कोई खतरा नजर आता है तो फीचर एनेबल होने पर यूजर को तुरंत इसका नोटिफिकेशन मिल जाएगा।

फीचर एनेबल होने पर कैसे वेरिफाई होगी Identity?

दो एपल यूजर किसी खास बातचीत में जैसे ही इस फीचर को एनेबल कर लेते हैं, वे एक दूसरे की आईडेन्टिटी वेरिफाई कर सकते हैं। इसके लिए यूजर्स को कॉन्टेक्ट वेरिफिकेशन कोड की मदद ली जा सकती है। इसके अलावा, यूजर फेसटाइम किसी दूसरे सिक्योर ऐप से अपने चैट पार्टनर की आडेन्टिटी वेरिफाई कर सकते हैं।