KORBA : मनरेगा में भ्रष्टाचार, मुक्तिधाम की आस लगाए बैठे ग्रामीण, आखिर कब तक ?

कोरबा, 24 मई । कोरबा जिले के करतला जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत साजापानी में मनरेगा से होने वाले कार्यों में भ्रष्टाचार की लिस्ट छोटी होती नजर नहीं आ रही। अब एक और मामला सामने आया है। इसमें मुक्तिधाम के निर्माण का पैसा हजम कर लिया गया है।
दरअसल वर्ष 2018-19 में ग्राम पंचायत साजापानी में मनरेगा से मुक्तिधाम निर्माण के लिए 3 लाख रुपये स्वीकृत किए गए। राशि जारी होने के बाद यहां के सरपंच-सचिव व रोजगार सहायक ने मिलकर भ्रष्टाचार का खेल खेला और इस राशि को हजम कर लिया।

मिली जानकारी के अनुसार साजापानी में एक भी मुक्तिधाम नहीं है। इस मामले की शिकायत कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ से पूरे प्रमाण के साथ कर दी गई है। अब देखना यह है कि ग्राम पंचायत साजापानी में मुक्तिधाम का पैसा गबन करने वाले सरपंच-सचिव व रोजगार सहायक पर किस तरह की कार्रवाई होती है?

शिकायतकर्ता ने भौतिक जांच कराते हुए गबन करने वालों पर एफ आई आर दर्ज करने की मांग की है।
बता दें कि इसी पंचायत में पूर्व के लगभग 47 लाख के फर्जी कार्य व फर्जी फर्म के बिल से किए घोटाले में जहां लीपापोती कर उसे डेढ़ लाख तक पहुंचा दिया गया,किंतु उस डेढ़ लाख की रिकवरी नहीं हुई और ना ही कोई एफआईआर दर्ज कराई जा सकी है।
पूर्व में उजागर इस भ्रष्टाचार की कहानी में तत्कालीन जिला पंचायत सीईओ के द्वारा भारी घालमेल करवाया गया और जांच में फेरबदल करने दोबारा जांच करवा कर अपने हिसाब से लीपापोती कराई गई। अब मुक्तिधाम का पैसा हड़प करने के मामले में साजापानी एक बार फिर चर्चा में है। वर्तमान जिला सीईओ नव पदस्थ हैं।