Adani Foundation के स्वस्थ ग्राम परियोजना से बीते वित्त वर्ष में 10,000 से अधिक ग्रामीण हुए लाभान्वित

अम्बिकापुर; 19 मई 2023: जिले के उदयपुर विकासखंड में ग्राम साल्ही के बैगापारा में रहने वाले हरी सिंह (बदला हुआ नाम) की पत्नी जिसकी उम्र 45 साल है, कई दिनों से बुखार व सिरदर्द से पीड़ित थी, साथ ही वह कमजोरी भी महसूस कर रही थी। अपनी बीमारी के इलाज के लिए अदाणी फाउंडेशन द्वारा स्थापित स्वास्थ्य सुविधा केंद्र, साल्ही में गई। जहां डॉ. रंगनाथ उपाध्याय के चिकित्सकीय परामर्श में उसे उसके ही गाँव में उपचार मिलने के बाद, उसके शरीर में ताकत वापस आ चुकी है और अब वह पूरी तरह से ठीक होकर सामान्य जीवन जीने लगी है। इसके बारे में पूछे जाने पर हरी सिंह की पत्नी ने अदाणी फाउंडेशन के स्वास्थ्य सुविधा केंद्र में अपने ईलाज के संबंध में संतोष और प्रसन्नता व्यक्त की।

राजस्थान राज्य उत्पादन निगम लिमिटेड (आरआरवीयूएनएल) के सामाजिक सरोकार के तहत चलाई जा रही स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम से क्षेत्र के ग्रामीणों को इसी तरह की बेहतर स्वास्थ्य सेवा,आवश्यक चिकित्सा और शीघ्र स्वास्थ्य देखभाल इत्यादि सुविधाओं को समय से पहुंचाना अब संभव होने लगा है। परसा ईस्ट केते बासेन (पीईकेबी) खुली खदान परियोजना के ग्राम परसा, साल्ही, बासेन, घाटबर्रा, जनार्दनपुर, हरिहरपुर, फतेहपुर इत्यादि सहित कुल 14 प्रभावित ग्रामों में अदाणी फाउंडेशन न सिर्फ मोबाईल मेडिकल वैन द्वारा लोगों को घर पहुँच स्वास्थ जांच की सुविधा एवं दवाइयाँ निःशुल्क उपलब्ध करा रहा है अपितु इन सेवाओं के विस्तार के लिए साल्ही और परसा गांव में बुनियादी चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित स्वास्थ सुविधा केंद्र भी स्थापित किया गया है। यही नहीं सीएसआर के तहत एम्बुलेंस सेवा भी सभी प्रकार की आपात स्थितियों से निपटने के लिए 24*7 चालू की गई है।

स्वास्थ सुविधा केंद्रों की स्थापना के साथ स्वस्थ ग्रामों के लिए शुरू की गई कई स्वास्थ्य परियोजनाएं

स्थानीय ग्रामीणों के स्वास्थ की स्थिति उनकी पारंपरिक दिनचर्या, स्वास्थ्य जागरूकता की कमी और अपर्याप्त स्वास्थ्य सेवाओं के कारण बहुत ही दयनीय थी। आरआरवीयूएनएल द्वारा अपने सामाजिक सरोकारों के तहत क्षेत्र की स्वास्थ्य बाधाओं को दूर करने व स्थानीय हितधारकों की भागीदारी को सुनिश्चित करने हेतु स्वस्थ ग्राम परियोजनाओं की शुरुआत की गई। अदाणी फाउंडेशन द्वारा लोगों में सकारात्मक स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभाव के लिए स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों की स्थापना तथा संचालन, ग्रामीण चिकित्सा शिविरों का आयोजन, स्पेशलिटी और मल्टी स्पेशलिटी हेल्थ कैंप आयोजित किया गया। वहीं क्षेत्र में बुनियादी चिकित्सा सेवा के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस स्वास्थ सुविधा केंद्र की स्थापना ग्राम साल्ही और परसा में की गई है। अदाणी फाउंडेशन के समर्थन में स्थानीय एनजीओ ग्राम उद्यमी द्वारा दोनों स्वास्थ केंद्रों को संचालित किया जा रहा है। इन केंद्रों में ग्रामीणों को नि:शुल्क ईलाज तथा दवाइयाँ प्रदान की जा रही है। जिससे सामुदायिक विकास में सराहनीय योगदान मिल रहा है। अदाणी फाउंडेशन द्वारा संचालित इन दोनों स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को एलोपैथी, आयुर्वेदिक तथा होमीयोपैथी पद्धति से प्राथमिक उपचार की सुविधा उपलब्ध करायी गई हैं। यही नहीं रोगी की बीमारी के रिकार्ड को संधारित करने के लिये साल्ही एवं परसा के स्वास्थ्य सुविधा केन्द्र में स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया गया। इससे रोगी की स्वास्थ्य की स्थिति की पहचान कर उपचार प्रदान करने में मदद मिलेगी। स्वास्थ्य सुविधा केंद्र, साल्ही में मरीजों का ईलाज एलोपैथिक और आयुर्वेदिक दवाओं से यहां के अनुभवी और वांछित डिग्री धारी डॉ. रंगनाथन उपाध्याय और स्टाफ नर्स सुश्री यानीकी करियाम के मार्गदर्शन में जबकि परसा केंद्र में रोगियों का उपचार होम्योपैथिक दवाओं से डॉ. पूजा पाण्डेय के मार्गदर्शन में किया जाता है। साल्ही एवं परसा स्थित स्वास्थ्य सुविधा केन्द्र से गत वित्त वर्ष 2022-23 में 5000 से अधिक ग्रामीणों द्वारा स्वास्थ्य लाभ लिया गया।

स्वास्थ सुविधा केंद्र, साल्ही के डॉ. रंगनाथ उपाध्याय बताते हैं कि, “अगर यह चिकित्सा सुविधा केंद्र साल्ही गाँव में नहीं होती तो हरी सिंह की पत्नी जो टाइफाइड से पीड़ित थी उसके ईलाज के लिए उसे यहॉं से लगभग 22 किलोमीटर की यात्रा कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, उदयपुर तक जाना पड़ता। इससे उसकी बीमारी के ईलाज के लिए धन की बर्बादी के साथ-साथ मानसिक आघात भी पहुंचता। लेकिन वह अब वह पूरी तरह से ठीक हो चुकी है। यहां न सिर्फ उसका ईलाज निःशुल्क किया गया बल्कि दवाइयाँ भी मुफ्त में दी गई। और यह संभव हुआ है अदाणी फाउंडेशन के कारण जिसने ग्रामीणों के घर-द्वार तक ऐसी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई हैं। और जरूरत पड़ने पर मरीजों को निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा भी उपलब्ध करा रहा है।

मल्टी स्पेशिलिटी स्वास्थ्य शिविर के साथ दैनिक चलित स्वास्थ्य वैन से ग्रामीणों को मिल रहा चिकित्सकीय लाभ

स्थानीयों को कुछ विशेष बीमारी के ईलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श करने उनके ग्राम से लगभग 70 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय अम्बिकापुर की ओर रुख करना पड़ता था। इस स्थिति को देखते हुए अदाणी फाउंडेशन द्वारा विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के समुदायों को उनके रोगों का ईलाज तथा दवाइयाँ शिविर में आये विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा नि:शुल्क प्रदान किया जाता है। पीईकेबी खदानों के चौदह परिधीय गांवों में नियमित तौर पर चलाई जा रही चलित स्वास्थ्य वैन से ग्रामीणों को अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी चिकित्सकीय लाभ मुफ्त में मिल रहा है। डॉ. दीपक कुमार पुंगले और डॉ. चंद्र नाथ डे के मार्गदर्शन में दैनिक आधार पर चिकित्सा शिविर में नि:शुल्क जांच व दवाएं दी जाती हैं। इसके अलावा मेडिकल टीम द्वारा इन ग्रामों में स्वास्थ्य और सामाजिक जागरूकता के अभियान भी चलाए जा रहे हैं। जिनमें मुख्य तौर पर प्रसवपूर्व और प्रसवोत्तर देखभाल, मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन, स्वच्छता, प्रचलित बीमारियों के लक्षण, रोकथाम और इलाज, समुदाय में स्वस्थ प्रथाओं को बढ़ावा देने तथा सामाजिक और व्यवहारिक परिवर्तन लाने के लिए नशा-विरोधी अभियान इत्यादि शामिल है। वित्त वर्ष 2022-23 में पीईकेबी खदानों के आसपास के गांवों में आयोजित बाल चिकित्सा, स्त्री रोग, दंत चिकित्सा और नेत्र जांच शिविरों से कुल 5500 मरीज लाभान्वित हुए।

गुमगा में छः बिस्तरीय डिस्पेंसरी की स्थापना के साथ साल्ही में 100 बिस्तरीय मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल की पहल

ग्राम समुदाय की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए गुमगा गांव में छः बिस्तरीय डिस्पेंसरी भी स्थापित की गई है। यह डिस्पेंसरी उचित चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित है और अनुभवी एमबीबीएस डॉक्टरों के मार्गदर्शन में संचालित है। इसके अलावा मुफ्त एम्बुलेंस सेवा से खदानों के परिधीय गाँव में लाभार्थियों द्वारा 24*7 मुफ्त एम्बुलेंस सेवा का लाभ उठाया जाता है। यह आवश्यक चिकित्सा सहायता लाभार्थियों को आपातकालीन सेवा के अंतर्गत प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही आरआरवीयूएनएल द्वारा साल्ही गांव में 100 बेड के मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल विकसित करने की एक मजबूत योजना बना रहा है जिससे क्षेत्र के रोगियों और परिवारों को गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए उनके गांव से 65 से 70 किमी दूर अंबिकापुर की यात्रा कम करनी पड़ेगी।

लक्ष्य तथा उद्देश्य

अदाणी फाउंडेशन द्वारा आरआरवीयूएनएल के सामाजिक सरोकारों के अंतर्गत गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवा के लिए ग्रामीण चिकित्सा शिविर और विशेष स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाते हैं। जहां दवाएँ निःशुल्क प्रदान की जाती हैं। स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण समुदायों में व्यवहार परिवर्तन लाने तथा लक्षित ग्रामीणों के बीच स्वास्थ्य जागरूकता का स्तर को बढ़ाने, निवारक और उपचारात्मक स्वास्थ्य उपायों के माध्यम से रोगियों की बीमारी की घटनाओं को कम करने तथा ग्रामीणों के स्वास्थ्य लाभ के लिए सरकारी स्वास्थ्य योजना अभिसरण की सुविधा के लिए आयोजित करना हैं। फाउंडेशन द्वारा वैश्विक स्तर पर सामाजिक उत्तरदायित्व निर्वहन के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) के सुझावों में शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका उन्नयन तथा अधोसंरचना के कई कार्यक्रम संचालित किया जाता है।

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