आपके बच्चे का भविष्य ….आपके हाथ उच्च शिक्षा, अच्छे संस्कार……

छत्तीसगढ़ पब्लिक स्कूल के साथ


छत्तीसगढ़ पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल पाली का परीक्षा परिणाम प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी शतप्रतिशत रहा यहां सभी बच्चों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर शाला को गौरवान्वित किया है उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं में कुमारी काजल गढ़ेवाल ,आकाश कुंभकार, शौर्य तिवारी ,आकाश पटेल ,कुमारी नेहा गढ़ेवाल, कुमारी अंजू कुमार ,कुमारी निशा नेटी, मितेश गढ़ेवाल, ओम पांडे आदि छात्र छात्राओं ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर संस्था को गौरवान्वित किया है इस अवसर पर संस्था प्रमुख शिक्षाविद डॉक्टर गजेंद्र तिवारी एवं शाला परिवार के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं ने छात्र छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी साथ ही भविष्य में और अच्छे प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया।


शाला का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत होने के बावजूद भी शिक्षाविद डॉक्टर गजेंद्र तिवारी अपनी संस्था के शाला परिणाम से संतुष्ट नहीं है। डॉ तिवारी ने कहां की छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर द्वारा 10वीं एवं 12वीं के परीक्षा परिणाम घोषित किए गए हैं जिसमें एवरेज मार मार्किंग से होनहार बच्चों का भविष्य अधर में है इसके लिए जवाबदार कौन हैं, किसकी है ऐसे में होनहार छात्र छात्राओं का मनोबल गिरेगा बाद में जब पुनर्मूल्यांकन , पुनरगणना कराया जाता है तो अधिक से अधिक अंक बढ़ते हैं क्या शिक्षा विभाग के पास अच्छे परीक्षक की कमी है जिससे इस प्रकार एवरेज मार्किंग दिया गया है

एक विद्यालय से पता चला है कि 40 से 45 बच्चों को एक जैसा अंक दे दिए गए हैं इस पर प्रश्न चिन्ह खड़ा होता है यदि साक्षरता दर बढ़ाने के लिए ऐसा मुहिम चलाई जा रही है कि औसत अंक देकर के बच्चों को प्रोन्नत किया जाए तो ऐसे में होनहार छात्र छात्राओं का मनोबल गिरेगा और उनमें पढ़ाई के प्रति रुचि कम होती जाएगी क्योंकि एक विद्यालय में जो अच्छा छात्र है और छात्र है दोनों एक समान है तो निश्चित रूप से मनोबल गिरना ही है जबकि शासन द्वारा प्रत्येक कापी के मूल्यांकन के लिए निश्चित मानदेय दिया जाता है

इस स्थिति में इस प्रकार का काम किया जाना एक परीक्षक के लिए अशोभनीय है या तो उस परीक्षक में कोई योग्यता ही नहीं है प्रतिवर्ष शिक्षक शिक्षिकाओं की ब्लैक लिस्ट सूची जारी होती है उसके बाद भी शिक्षकों में इस प्रकार का बेखौफ होकर के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना तारीफ ए काबिल है इस बार देखते हैं कितने शिक्षक शिक्षिकाएं ब्लैक लिस्ट में शामिल होते हैं और शासन उसके प्रति क्या रवैया अपनाती है बच्चों को औसत अंक देकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ उचित नहीं है।