उत्तर प्रदेश के मथुरा में सुहागरात की अगली सुबह ही दूल्हा-दुल्हन शादी तोड़ने के लिए थाने पहुंच गए। महज कुछ घंटों पहले अग्नि को साक्षी मानकर सात जन्मों तक साथ देने की ली गईं कसमें एक घटना से धराशायी हो गईं। जब खुलासा हुआ तो लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई।
मामला वृंदावन कोतवाली क्षेत्र के गौरानगर का है। यहां के रहने वाले आनंद अग्रवाल की शादी हरियाणा के होडस निवासी रेखा के साथ तय हुई थी। बरात के लिए 10 मई की तारीख तय की गई। बेटे की शादी को लेकर घर में खुशियों का माहौल था। हंसी-खुशी घर वाले बरात लेकर गए।
ससुराल में नवेली बहू का धूमधाम से हुआ स्वागत
लड़की वालों ने बरात का धूमधाम से स्वागत किया। शादी की सभी रस्में हिंदू रीति-रिवाज के साथ संपन्न हुईं। इसके बाद 11 मई की सुबह विदाई की रस्म अदा की गई। बहू ससुराल पहुंची तो इंतजार में टकटकी लगाए बैठीं मां, ननद और रिश्तेदारों सहित पड़ोसी महिलाओं ने स्वागत किया। गृह प्रवेश की रस्म अदा की गई।
यहां तक सब ठीक चल रहा था। असली कहानी शुरू हुई शुक्रवार की सुबह, यानी सुहागरात की अगली सुबह। सुबह घर के लोग नवेली बहू के जगने का इंतजार कर रहे थे। ताकि कुछ हंसी मजाक होगा और अच्छा समय बीतेगा। लेकिन सुबह बहू जगी तो घर का माहौल ऐसा हुआ कि कुछ ही देर में पुलिस भी घर आ गई और बात शादी टूटने तक पहुंच गई।
दरअसल, सुबह बहू जगी तो उसने घर में सभी के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। उसकी हरकत से घर का माहौल एकदम से हजल गया। पहले तो लोगों ने समझाने का प्रयास किया और बात जानने की कोशिश की। लेकिन जब बात नहीं बनी तो मामला थाने पहुंच गया। यहां बहू के भाई ने जो खुलासा किया उसे सुनकर लड़के वालों के पैरों तले जमान खिसक गई।
पहले पति ने कहा कि पत्नी पागल है। उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। उसके साथ झूठ बोलकर यह रिश्ता किया गया है। उसे फंसाया गया है। इस पर लड़की के भाई ने उसे पहले तो उसे समझाने का प्रयास किया। लेकिन जब बात नहीं बनी तो उसने स्वीकार किया कि उसकी बहन मानसिक रूप से बीमार रहती है। लड़का पक्ष धोखाधड़ी करने पर कार्रवाई की मांग करने लगा। बाद में शादी तोड़ने पर राजीनामा को लेकर दोनों पक्ष तैयार हुए।
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