कोरबा, 15 मई। सीएसईबी के एक प्रशिक्षु इंजीनियर ने फांसी के फंदे पर झूलकर अपनी जान दे दी। मृतक का नाम कृष्ण कांत साहू है, वह सीएसईबी के जीटी हॉस्टल में पिछले दस माह से निवास कर रहा था। चैकीदार की सूचना पर सीएसईबी पुलिस मौके पर पहुंची और लाश को फंदे से उतारा। मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए रवाना कर दिया गया है। जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि सीएसईबी के इंजीनियर ने किन कारणों से फांसी लगाई है।
बताया जाता है कि सीएसईबी के जीटी हॉस्टल के कमरा नंबर दस में उसका शव फांसी के फंदे पर लटकता हुआ पाया गया है। कृष्णकांत ने किन कारणों से यह आत्मघाती कदम उठाया, इस बात का पता नहीं चल सका है। चैकीदार ने बताया कि सुबह सुबह उसे जगाने के लिए सहकर्मियों ने फोन किया लेकिन उसका जवाब नहीं मिला। दरवाजा खटखटाने पर भी जब उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी तब खिड़की से झांककर देखा गया तो उसकी लाश फांसी के फंदे पर लटक रही थी।
सीएसईबी के इंजीनियर द्वारा फांसी लगाकर खुदकुशी किए जाने की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और लाश को फंदे से उतारा। लोगों की मौजूदगी में पंचनामा की कार्रवाई पूरी की गई फिर लाश को पीएम के लिए रवाना किया गया। पुलिस द्वारा मर्ग की जांच की जा रही है जिसके बाद मौत के कारणों से पर्दा उठ सकेगा।
फांसी लगाकर मौत को गले लगाना वाला जूनियर इंजीनियर मूल रुप से रायगढ़ जिले के ग्राम बैयंग का निवासी था। एक अधिकारी द्वारा यूं खुदकुशी किए जाने से विभाग में हड़कंप की स्थिती देखी जा रही है। फिलहाल पुलिस की जांच जारी है जांच के बाद ही आतमहत्या के कारणों से पर्दा उठ सकेगा।
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