दुर्ग ,15 मई । मोर स्वच्छ दुर्ग शहर के तौर पर दुर्ग की रैंकिंग को शीर्ष पर लाने नगर निगम द्वारा घर,प्रतिष्ठान व संस्थानों से निकलने वाले कचरे को अलग-अलग रखने पर जोर देते हुए। जन जागरूकता के माध्यम से सूखे एवं गीले कचरे को पृथक कर ही कचरा संग्रहण वाहनों में देने की समझाइश देकर इसकी शुरुआत की गई है। मेयर धीरज बाकलीवाल व कमिश्नर लोकेश चन्द्राकर के निर्देश पर हर घर से कचरे को अलग रखने के अभियान की शुरूआत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग प्रभारी हमीद खोखर व स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली द्वारा बताया गया कि निगम द्वारा घर-घर से निकलने वाले गीले एवं सूखे कचरे को अलग-अलग दिए जाने हेतु नगर निगम की स्पेशल टीम द्वारा नागरिकों के घर – घर पहुंच कर निरीक्षण किया जा रहा है।
घर से कचरा लेते समय लोगों के द्वारा गीले एवं सूखे कचरे को अलग-अलग डिब्बे में दिया जाता है या नहीं। नागरिकों के द्वारा अलग-अलग नहीं दिए जाने पर उन्हें कर्मचारियों के माध्यम से परीक्षण और समझाया जा रहा है यह भी बताया जा रहा कि गीले कचरे कौन-कौन से होते है और सूखे कचरे कौन-कौन से। प्रतिदिन 500 घरों में जाकर सोर्स सेग्रीगेशन पर बढ़ावा और होम कंपोस्टिंग में बढ़ावा देने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है जन जागरूकता लाई जा रही है फीडबैक लिया जा रहा है घरों का कचरा घर में ही निपटने के होम कम्पोस्टिंग किस प्रकार किया जाता है यह भी समझाया जा रहा है।
कमिश्नर ने कहा कि डोर-टू-डोर संपर्क कर स्वच्छता अपनाने के लिए हर घर,व्यापारिक प्रतिष्ठान व संस्थानों को प्रेरित किया जा रहा है।छोटी गुमटियों से लेकर बड़े होटल, मोहल्ले के घरों और काॅलोनियों को भी कचरे के पृथक्करण के लिए निरंतर समझाईश दी जा रही हैं। जोन स्तर पर स्वच्छता दीदीयों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि निरंतर लोगों को इस संबंध में अवगत कराएं, इस हेतु प्रत्येक जोन स्तर पर स्वच्छता महिलाओं को दायित्व सौंपा गया है,जो लापरवाही बरतने वालों पर जुर्माने की कार्यवाही भी सुनिश्चित करेंगी। शहर के गली मोहल्ले सहित अन्य सार्वजनिक व व्यापरिक उपक्रम भी नगर निगम को साथ दें रहे है।
कचरा पृथक्करण और सूखे एवं गीले कचरे के तौर पर शामिल अपशिष्टों के संबंध में अवगत कराया जा रहा है कि हरा डस्टबिन में गीला कचरा, जिसमें रसोई का कचरा, फल के छिलके, सड़े फल एवं सब्जी, बचा भोजन, अंडे के छिलके आदि रखा जाना चाहिए एवं नीला डस्टबिन में प्लास्टिक, बोतलें, कागज कप, प्लेट, पैकेट अखबार, डिब्बे, बॉक्स, पुराने कपड़े आदि रखें।
इसके अलावा बेकार कचरों की श्रेणी में आने वाले डायपर, सेनिटरी नैपकिन, पट्टियां, टिशू पेपर, रेजर, प्रयोग में लाई हुई सीरिंज, ब्लेड, स्लाइन की बोतलें आदि को कागज में लपेटकर सूखे कचरा वाले डस्टबिन में रखे।कमिश्नर लोकेश चन्द्राकर ने कहा है कि आवासीय काॅलोनियों विशेषकर बहुमंजिला फ्लैट्स से भी कचरा पृथक्करण हेतु प्रेरित करने नगर निगम का स्वच्छता अमले द्वारा की जाएगी। झुग्गी बस्तियों को भी स्वच्छता के इस मिशन में जोड़ने कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
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