इस्लामाबाद ,13 मई । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सीओएएस) जनरल असीम मुनीर के खिलाफ पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान के आरोपों की निंदा की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इमराम की टिप्पणी उनकी ओछी सोच का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि यह 9 मई को हुई दु:खद घटनाओं के मास्टरमाइंड का कबूलनामा था। प्रधानमंत्री ने कहा, यह वही मानसिकता थी जिसने देशभक्त सैन्य अधिकारियों पर अपनी हत्या के झूठे आरोप लगाए और विदेशी साजिश की मनगढ़ंत कहानियां गढ़ीं।
शरीफ ने पीटीआई प्रमुख की आलोचना करते हुए कहा, यह आतंकवादियों के राज्य विरोधी मास्टरमाइंड के वास्तविक इरादों की अभिव्यक्ति है। यह एक स्वीकारोक्ति है कि 9 मई को जो कुछ भी हुआ वह इमरान नियाजी के निर्देश पर किया गया था। उन्होंने कहा कि खान के बयान ने शहीदों और गाजियों के स्मारकों को अपवित्र करने और संवेदनशील प्रतिष्ठानों और इमारतों पर हमले करने की उनकी योजना को साबित कर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सेना प्रमुख के खिलाफ खान का गुस्सा खान, उनकी पत्नी बुशरा बीबी, फराह गोगी और पीटीआई के वरिष्ठ नेतृत्व द्वारा किए गए सबसे खराब भ्रष्टाचार के बारे में उनके डर से उपजा है, जिसे जनरल मुनीर पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के महानिदेशक के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान जानते थे।
शरीफ ने कहा, कि उच्च अलंकृत जनरल सैयद असीम मुनीर की उनके अधीनस्थों के बीच बहुत प्रतिष्ठा थी। योग्यता के आधार पर उनकी नियुक्ति हुई थी। उन सिर्फ गलत इरादे से आरोप लगाया गया था। प्रधानमंत्री ने कहा: इमरान नियाजी स्वॉर्ड ऑफ ऑनर के विजेता, हाफिज-ए-कुरान और ईमानदार सेना प्रमुख से डरे हुए हैं। उन्होंने आगे उल्लेख किया कि आतंकवाद के खिलाफ वाली बहादुर सेना के प्रमुख के खिलाफ इस तरह की ओछी बात आतंकवादियों का समर्थन करने जैसा है। उन्होंने कहा कि पूरा देश सशस्त्र बलों और सेना प्रमुख के साथ खड़ा है।
[metaslider id="347522"]