मखाने में फाइबर की मात्रा अधिक होती है. साथ ही इसमें सोडियम कम होता है.लेकिन इसमें मैंगनीज, पोटेशियम, मैग्नीशियम, थियामिन, प्रोटीन और फास्फोरस जैसे तमाम गुण भरपूर होते हैं. इसलिए कहा जाता है मखाना खाने के जितने फायदे हैं उतना ही नुकसान भी है. खासकर जिन लोगों को पेट की दिक्कत अक्सर रहती है. पेट साफ नहीं रहता है उन लोगों को फाइबर युक्त मखाना पचाने में कई तरह की दिक्कत हो सकती है.
अगर आपका पेट है कमजोर
आपको किसी भी चीज को पचाने में खासा दिक्कत होती है. तो आपको मखाना खाने से बचना चाहिए. ये मखाना पेट के लिए काफी भारी होता है. क्योंकि मखाने में जो फाइबर होता है उसे पचाने के लिए पेट को ज्यादा से ज्यादा पानी की जरूरत पड़ती है. जब आप इसे खाते हैं तो यह पेट के पानी को धीरे-धीरे सोखने लगता है. ऐसे में ज्यादा मात्रा में इसे खाना पेट के लिए ठीक नहीं. इससे आपको परेशानी हो सकती है. साथ ही पेट दर्द और ब्लोटिंग की दिक्कत भी शुरू हो सकती है. इसलिए जिन्हें कोई भी चीज पचाने में दिक्कत होती है उन्हें मखाना एकदम कम या नहीं खाना चाहिए.
किडनी स्टोन की दिक्कत में
अगर आपको किडनी में स्टोन की शिकायत है तो आपको मखाना नहीं खाना चाहिए. दरअसल, किडनी में स्टोन शरीर में कैल्शियम बढ़ने के कारण होती है. ऐसे में अगर आप कैल्शियम से भरपूर मखाने खाते हैं तो यह खतरनाक रूप से ट्रिगर कर सकता है. इसलिए किडनी में स्टोन की शिकायत है तो एकदम मखाना खाने से बचें.
डायरिया एकदम भूल से भी न खाएं
डायरिया में मखाना खाना एकदम खतरनाक साबित हो सकता है. मखाना फाइबर से भरपूर है. और फाइबर डायरिया को बढ़ावा दे सकता है.
घी में मखाना भूनकर न खाएं
घी में मखाना भूनकर खाने से डायबिटीज और जिन लोगों को पेट की बीमारी है उनके लिए काफी नुकसानदायक है.क्योंकि घी में भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है और मखाना में फाइबर पाया जाता है. ऐसे में इसे साथ में पचाना नुकसानदायक हो सकता है.
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