जांगगीर जिला अस्पताल की ओपीडी से शाम की पाली पर 17 डॉक्टर अनुपस्थित मिले। डॉक्टरों के लगातार नदारद रहने के चलते भाजपा नेताओं ने सिविल सर्जन को शिकायत की थी और मामले में कार्रवाई की मांग की थी। शिकायत मिलने के तत्काल बाद सिविल सर्जन ने जब कल शाम जिले के सबसे बड़े अस्पताल बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल शासकीय चिकित्सालय में औचक निरीक्षण किया तो उन्हें 17 डॉक्टर अनुपस्थित मिले। सभी को सिविल सर्जन ने नोटिस जारी किया है।
ये डॉक्टर रहे अनुपस्थित
डॉ. नितिन जुनेजा अस्थि रोग विशेषज्ञ, डॉ. शाहबाज खाण्डा, मेडिसीन विशेषज्ञ, डॉ. आकाश सिंह राणा, सर्जरी विशेषज्ञ,डॉ. यू. के. मरकाम सर्जिकल विशेषज्ञ,डॉ. निकीता खेस नेत्र रोग विशेषज्ञ, डॉ. निशांत पटेल नेत्र रोग विशेषज्ञ, डॉ. पुष्पेन्द्र पटेल चिकित्सा अधिकारी, डॉ. हरिश पटेल शिशु रोग विशेषज्ञ , डॉ. सदानंद जांगड़े चिकित्सा अधिकारी, डॉ. योगेश राठौर चिकित्सा अधिकारी, डॉ. वसुन्धरा कश्यप, दंत चिकित्सा अधिकारी, डॉ. आर. एस. सिदार चिकित्सा अधिकारी, डॉ. इकबाल हुसैन चिकित्सा अधिकारी, डॉ. दीपक साहू चिकित्सा अधिकारी, डॉ. संदीप साहू चिकित्सा अधिकारी, डॉ. आकाश थवाईत, चिकित्सा अधिकारी, डॉ. प्राची जांगड़े, चिकित्सा अधिकारी
सिविल सर्जन एवं आरएमओ ने संयुक्त औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान सभी बिना किसी सूचना एवं अवकाश स्वीकृति के अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाये गये। उनके कृत्य के चलते चिकित्सालय की छवि धूमिल हुई। चिकित्सकों के कृत्य को सिविल सेवा अचारण नियम 1965 के विपरीत मान सिविल सर्जन ने नोटिस जारी कर लिखा है कि उक्त संबंध मे आप अपना स्पष्टीकरण पत्र प्राप्ति के 02 दिवस के भीतर प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं होने अथवा समयावधि में जवाब प्राप्त नहीं होने पर उक्त दिवस का वेतन कटौती की कार्यवाही की जावेगी। जिसके लिए आप स्वयं जिम्मेदार रहेगें।
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