हवाई सफर करने वालों के लिए बुरी खबर! गो फर्स्ट की वजह से बढ़ सकता है यात्राओं का किराया

नईदिल्ली ,03 मई । एयरलाइन कंपनी गो-फर्स्ट की ओर से दिवालिया कार्रवाई के लिए आवेदन करना और अस्थायी तौर पर भी उड़ानों को रद्द करना भारतीय उड्डयन सेवाओं के लिए चिंता की बात है। भारतीय ट्रैवल एजेंट्स के संघ (टीएएआई) ने कहा कि गो-फर्स्ट के इस कदम से देश में बाकी एयरलाइन कंपनियों पर बोझ बढ़ने की संभावना है। टीएएआई के मुताबिक, उड़ानों को रद्द करना एयरलाइन उद्योग के लिए अच्छा नहीं है। यह राय जताते हुए कहा है कि गो फर्स्ट के इस कदम से क्षमता घटेगी और कुछ मार्गों पर विमान किराये बढ़ेंगे।

गौरतलब है कि प्रैट एंड व्हिटनी (पीएंडडब्ल्यू) इंजन आपूर्ति संकट के बीच गो फर्स्ट ने तीन मई से तीन दिन के लिए अपने उड़ानें निलंबित कर दी हैं। साथ ही एयरलाइन ने दिवाला समाधान के लिए भी आवेदन किया है। टीएएआई की अध्यक्ष ज्योति मयाल ने कहा, ‘‘यह एयरलाइन उद्योग के लिए काफी खराब स्थिति है। किंगफिशर एयरलाइंस में हमने करोड़ों रुपये गंवाए हैं। जेट एयरवेज में भी नुकसान हुआ है। अब एक और दिवाला समाधान सामने आ गया है।’’

उन्होंने कहा कि पिछले 17 साल से अधिक से परिचालन कर रही गो फर्स्ट का यह घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है, जबकि घरेलू हवाई यातायात बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि अभी हवाई यात्रा की मांग है क्योंकि यह छुट्टियों का समय है और हमें उन क्षेत्रों में किराया बढ़ने की संभावना दिख रही है जहां गो फर्स्ट उड़ान भर रही है। ‘‘आगामी सप्ताहों में विमान किराये बढ़ेंगे।’’

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