कोरबा, 01 मई। कोरबा जिले में मोरगा 35 वर्षीय ग्रामीण की नृशंस हत्या के मामले में मोरगा पुलिस ने मर्ग और अपराध कायम करने के साथ जांच शुरू की है। अब तक की जांच में पता चला कि इलाके का एक व्यक्ति लापता है। उसकी तलाश जारी है। कोरबा जिला मुख्यालय से लगभग 90 किलोमीटर दूर यह घटना हुई। प्रताप पिता लालमन गोंड़ निवासी सागबाड़ी का शव हसदेव नदी के किनारे पाया गया। मामले की सूचना रामप्रसाद गोंड़ 75 वर्ष की ओर से दर्ज कराई गई। उसके द्वारा मृतक को कुछ वर्ष पहले गोद लिया गया था। गांव के एक व्यक्ति की ओर से उसे जानकारी मिली कि उसका गोदग्रहित पुत्र मृत स्थिति में नदी के पास पड़ा हुआ है और वह रक्तरंजित है।
मौके पर परिजन और अन्य लोग पहुंचे, जिन्होंने देखा कि धनुष से छोड़े गए तीर के जरिए उसकी हत्या की गई। बांगो पुलिस ने बताया कि मामले मर्ग और अपराध दर्ज किया गया है। मृतक के शरीर पर कुल्हाड़ी से भी हमला करने के निशान पाए गए हैं। इस आधार पर आगे की जांच की जा रही है। पता चला है कि संबंधित इलाके का एक व्यक्ति चरण धनुहार उर्फ घीवा घटना तिथि से फरार है। उसकी भूमिका को लेकर आसपास से कुछ इनपुट मिला है और उस पर संदेह जताया जा रहा है। इसलिए उसकी तलाश की जा रही है।
उसके मिलने पर होने वाली पूछताछ के जरिए कुछ तथ्य स्पष्ट हो सकेंगे और जांच की दिशा तय हो सकेगी। फिलहाल यह पता नहीं चल सका है कि ग्रामीण की हत्या के पीछे कौन लोग शामिल थे और उन्होंने किस उद्देश्य के साथ इस काम को किया। इतना जरूर पता चला है कि मृतक और संदेही मछली मारते थे और खाने-पीने के शौकीन थे। कयास लगाया जा रहा है कि किसी बात को लेकर इनमें विवाद हुआ होगा और यह घटना हुई होगी। मछली शिकार के लिए ही दोनों के परिवार ने सागबाड़ी नदी किनारे घाट में कुंदरा (डेरा) बना रखा है।
मोरगा चौकी प्रभारी अश्वनी निरंकारी ने बताया कि संदेही की खोजबीन के लिए मोरगा पुलिस ने जंगल में कैंप किया है। इसके साथ निगरानी तेज की गई है। अधिकारियों के मार्गदर्शन में अपना काम कर रही है। संभावना जताई जा रही है कि देर सबेर आरोपी इलाके में नजर आएगा और उसे दबोच लिया जाएगा।
[metaslider id="347522"]