TB उन्मूलन में उत्कृष्ट कार्यों के लिए गरियाबंद को मिला रजत पदक

गरियाबंद ,26 अप्रैल । विश्व क्षय दिवस पर टीबी उन्मूलन में उत्कृष्ट कार्यों के लिए गरियाबंद जिले को रजत पदक से सम्मानित किया गया। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में वाराणसी में आयोजित वर्ल्ड टीबी समिट में पिछले सात वर्षों में टीबी के संक्रमण दर में 40 प्रतिशत तक की कमी लाने वाले जिलों को रजत पदक प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आतिथ्य में विगत 13 मार्च को राजधानी रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में टी.बी. की बिमारी के उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में नई दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वाराणसी में गरियाबंद जिले को रजत पदक से सम्मानित करने और रजत पदक को जिले को प्रदान करने के लिए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री की उपस्थिति में गरियाबंद जिले को रजत पदक प्रदान किया गया।


मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से मिली जानकारी अनुसार मैदानी कार्यकर्ताओं, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के लैब टेक्नीशियन जिले के सभी चिकित्सकों के प्रयास और छ.ग. शासन के द्वारा इस वर्ष सघन टी.बी. खोज अभियान के द्वारा छूटे हुए टी.बी. मरीजों को खोज कर चिन्हांकित कर एवं उपचारित किया गया एवं 1 लाख जनसंख्या पर 186 मरीजों को खोज करने पर एवं उपचारित करने पर सत्यापन उपरांत वर्ष 2015 के मापदण्ड के अनुसार जिला गरियाबंद को रजत पदक से सम्मानित किया गया। गरियाबंद जिले के सेक्टर सुपरवाइजर विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानीन तथा आगनबाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से टी.बी. बीमारी संक्रमण दर 40 प्रतिशत से कम करने पर भारत सरकार के द्वारा तथा मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा गरियाबंद जिले को रजत पदक से सम्मानित किया गया हैं। गरियाबंद जिले में सभी विकासखंड के लैब टेक्निशियन के गुणवत्तापूर्ण कार्य से टी.बी. की बीमारी की संक्रमण दर 40 प्रतिशत से कम किया गया है। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.सी. उरांव ने टीबी बीमारी के संक्रमण दर को कम करने के लिए आज स्वास्थ्य विभाग कार्यालय में संबंधितों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। इस दौरान पैथालाजिस्ट डॉ. विपिन बिहारी अग्रवाल, जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ. ए.के. हुमने, जिला चिकित्सालय के सभी डॉ. विकासखण्ड गरियाबंद के समस्त स्टॉफ एवं जिला क्षय केन्द्र के समस्त स्टाफ उपस्थित थे।