दंपत्ति ने फांसी लगाकर दी जान, पड़ोसियों ने पुलिस को दी सूचना, हुआ खुलासा

ग्वालियर ,26 अप्रैल  जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। नशे में एक परिवार उजाड़ गया। पति-पत्नी ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। दंपत्ति की लाश उन्हीं के घर के दो अलग-अलग कमरों में फांसी पर लटकी मिली है। जबकि उनका डेढ़ साल का मासूम बच्चा अपनी माँ के पास बैठा रहा। 2 दिन तक डेढ साल का मासूम बच्चा माता पिता को फांसी पर लटकते देख रहा था। घर से बाहर बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ।

जानकारी के मुताबिक पूरा मामला ग्वालियर थाना क्षेत्र के मेदाही मोहल्ला का है. मृतक सोनू उर्फ नूर आलम पेशे से हेयर सैलून का काम करता था. पत्नी शबाना से उसका रोजाना झगड़ा हुआ करता था। उनकी दस साल पहले शादी हुई थी और उनके तीन बच्चे भी हैं. हैरानी की बात यह है कि दंपत्ति का डेढ साल का बच्चा दो दिनों तक अपनी मां की लाश के साथ कमरे में ही रहा।

मंगलवार शाम को जब सोनू उर्फ नूर आलम के मकान से बदबू आने पर पड़ोसियों ने शबाना की मां को सूचना दी. घर अंदर से बंद था, इसलिए पुलिस को भी मौके पर बुलवाया गया. पुलिस की मौजूदगी में किसी तरह दरवाजा तोड़कर अंदर जाकर देखा गया, तो पति नूर आलम कमरे में छत के पंखे से फांसी लगाकर झूल रहा था, उसकी लाश अकड़ गई थी और लाश भी डीकंपोज होने के कारण उसमें से रिसाव हो रहा था.

कुछ यही हालात दूसरे कमरे में छत के कुंदे से लटक रही शबाना की लाश के साथ भी थी. पुलिस ने परिजनों और मोहल्ले वालों की मौजूदगी में लाशों का पंचनामा बनवाया और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया. खास बात यह है कि नूर आलम और शबाना का डेढ़ साल का बेटा जाहिद घर में ही कमरों में बंद था, जबकि नूर आलम के दो बच्चे उसकी मां के पास ईद मनाने के लिए गए हुए थे. मां ने बताया कि सोनू उर्फ नूर आलम कुछ काम नहीं करता था और वह स्मैक और दूसरे सूखा नशा करता था. इस कारण घर में कलह होती थी. नशे की हालत में वह पत्नी और बच्चों के संग बेरहमी से मारपीट भी करता था. फिलहाल पुलिस ने दोनों की मौत को आत्महत्या ही करार दिया है. इसके साथ ही मर्ग कायम कर आगे की जांच शुरू कर दी है।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]