एकलव्य छात्रावासों में गड़बड़ी का मुद्दा उठेगा विधानसभा में?

रायगढ़ ।आदिम जाति कल्याण विभाग में कई घपले सामने आ रहे हैं। अब एकलव्य विद्यालयों और मॉडल हॉस्टल को लेकर जानकारी सामने आई कि एकलव्य स्कूल में होने वाला व्यय समायोजन की भेंट चढ़ रहा है।

आदिवासी छात्रों को पढ़ाई के दौरान सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए आजाक विभाग छात्रावास संचालित करता है। विशेष आवासीय विद्यालय भी चलाए जा रहे हैं, जिन्हें एकलव्य नाम दिया गया है। एकलव्य आवासीय विद्यालयों में मरम्मत और आकस्मिक खर्च की राशि में भी गड़बड़ी की बात सामने आ रही है। इसकी भी एक गोपनीय शिकायत कलेक्टर को भेजी गई है।

इसमें उल्लेख है कि एकलव्य स्कूलों में बिलों का समायोजन किया जाता है। काम उतना होता नहीं, लेकिन बिल पूरे पास होते हैं। अधीक्षक डर के कारण सहायक आयुक्त के हिसाब से ही चलते हैं। वेतन रोकने की धमकी भी दी जाती है। मॉडल हॉस्टल में भी कई तरह की अनियमितता हो रही है। भवन में रंगरोगन और मरम्मत के नाम पर राशि डकार ली गई। कागजों में सारे काम पूरे दिखाए गए लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ नहीं हुआ। मॉडल हॉस्टल के बच्चों के लिए कंप्यूटर और एयर कंडीशनर आया था। ये हॉस्टल में मिल जाए तो बहुत है।

 मंत्रालय तक पहुंचा मामला

जनजाति विकास के नाम पर सामान वितरण परियोजना मद की राशि में भी अनियमितता की शिकायत है। बताया जा रहा है कि बिना काम किए ही किसी व्यक्ति के नाम पर चैक काट दिया जाता है। आदिवासियों को इस राशि से सामान वितरण करने का दावा किया जाता है जो झूठा है। ऐसे कई कारनामों की शिकायत होती जा रही है। बताया जा रहा है कि इन सब मामलों की जानकारी मंत्रालय तक भी पहुंच चुकी है।