कोलकाता: टीएमसी नेता मुकुल रॉय ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि वह बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं। मुकुल रॉय ने कहा कि वह अपनी मर्जी से दिल्ली आए हैं और फिलहाल दिल्ली में ही मौजूद हैं। मुकुल रॉय ने कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे। ममता बनर्जी की पार्टी के लिए इसे बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। इससे पहले मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु ने अपने पिता के लापता होने का दावा किया था। इतना ही नहीं सुभ्रांशु ने कहा था कि उनके पिता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।
एक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनल से बातचीत में मुकुल रॉय ने कहा, ‘मैं बीजेपी में जा रहा हूं। मैं जेपी नड्डा और अमित शाह जी से मुलाकात करूंगा। उन्होंने कहा, मैं दिल्ली में ही हूं और अपनी मर्जी से यहां आया हूं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने उनके लिए यहां सारी व्यवस्था की है। मुकुल रॉय ने अपने बेटे के दावों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि कई बार बिना नोटिस दिए बाहर निकलना पड़ता है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
‘अब तक पूरी तरह से राजनीति नहीं कर सका’
मुकुल रॉय ने न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, ‘अभी तक मैं पूरी तरह से राजनीति नहीं कर सका। अब मैं शारीरिक रूप से स्वस्थ हूं और राजनीति करूंगा। मैं बीजेपी में शामिल होऊंगा। मुझे लगता है कि सुभ्रांशु को अपने परिवार की खातिर भी बीजेपी में शामिल हो जाना चाहिए।’
इससे पहले मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु रॉय ने दावा किया था कि टीएमसी नेता लापता हैं और इस वक्त उनकी मनोदशा सही नहीं है। मुकुल रॉय के बेटे ने कहा कि एक बीमार आदमी पर राजनीति करने से सभी को बचना चाहिए। मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु ने अपने पिता को लेकर गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सुभ्रांशु ने दावा किया टीएमसी नेता मानसिक रूप से स्थिर नहीं हैं और उन्हें राजनीति से संन्यास लेना चाहिए
2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी की करारी शिकस्त के बाद मुकुल रॉय टीएमसी में लौट आए थे। इसके बाद कई नेताओं ने टीएमसी में घर वापसी की थी। मुकुल रॉय के बाद लोकसभा सांसद बाबुल सुप्रियो भी टीएमसी में आए थे।
2019 चुनाव में बीजेपी ने किया था शानदार प्रदर्शन
मुकुल रॉय साल 2017 में टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। 2019 के चुनाव में बीजेपी ने बंगाल में 18 सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन किया था जिसके पीछे मुकुल रॉय फैक्टर ही वजह माना गया था। हालांकि 2021 विधानसभा चुनाव में उन्होंने अनदेखी का आरोप लगाकर बीजेपी से इस्तीफा दे दिया और टीएमसी में दोबारा शामिल हो गए।
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