रायपुर, 12 अप्रैल I प्रदेश के गौठान आजीविका मूलक गतिविधियों के केंद्र बनकर उभर रहे हैं इससे महिला स्व-सहायता समूहों को रोजगार मिल रहा है। गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट निर्माण, मुर्गी पालन, मछली पालन, उद्यानिकी फसलों के साथ-साथ अब मसाला, साबुन निर्माण, तेल पेराई जैसी इकाईयां स्थापित कर रोजगार के अवसर सृजित किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात के दौरान दिए गए निर्देशों और घोषणाओं पर लगातार अमल हो रहा है और आमजन इससे सीधे लाभान्वित हो रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री के निर्देश पर जशपुर जिले के नन्हेसर और पंडरापाठ गौठानों में तेल पेराई यूनिट लगाई गई है। जिला खनिज न्यास मद लगा यह यूनिट स्व सहायता समूह की महिलाओं के लिए आजीविका का साधन बन गया है। दोनों गौठानों में कार्यरत स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने तेल मिल मिलने पर मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है।
नन्हेसर गौठान की लक्ष्मी स्व-सहायता समूह की महिलाएं बताती हैं कि विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियां गौठान में पहले से ही संचालित की जा रही थी और अब तेल मिल मिलने से महिलाएं खुश हैं। नन्हेसर गौठान की महिलाओं ने बताया कि अब तक वे 120 लीटर तेल पेराई कर चुकी है, जिसे 200 रुपये प्रति लीटर की दर से बेचकर उन्हें 24 हज़ार रुपये की आमदनी हुई है। साथ ही खली का विक्रय कर 9 हजार रुपये मिले हैं।
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