सड़क में निवासरत बच्चों का सर्वेक्षण, रेस्क्यू व पुनर्वास अभियान जारी

कोरिया । महिला एवं बाल विकास विभाग जिला बाल संरक्षण अधिकार ने बताया कि सड़क एवं सड़क जैसी परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों के सर्वेक्षण, रेस्क्यू तथा पुनर्वास की कार्यवाही के लिए अभियान जारी है। अविभाजित कोरिया जिले में लगातार सड़क के किनारे रहने वाले व कठिन परिस्थतियों मे अपना जीवन यापन करने वाले बच्चों का रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। पूर्व मे संचालित अभियान के तहत जिले मे 12 बच्चों को सड़क के किनारे भीख मांगते हुए पाया गया। रेस्क्यू कर ऐसे बच्चों को देखरेख संरक्षण के लिए संस्थागत देखरेख में रखा गया।

बच्चों को शिक्षा स्वास्थ्य एवं शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाया गया। मिशनवात्सल्य अन्तर्गत प्रवर्तकता कार्यक्रम का लाभ दिया गया जिसमे बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य,पोषण आहार की सुविधाये उपलब्ध करायी गयी है। 28 फरवरी 2023 से 31 मार्च 2023 तक जिले के चिन्हांकित हॉट स्पॉट पर रेस्क्यू अभियान चलाया गया। लगातार चिन्हांकित स्थल पर सड़क एंव सड़क जैसी परिस्थतियों मे रहने वाले एवं कठिन परिस्थतियों मे अपना जीवन यापन करने वाले बच्चों का रेस्क्यू अभियान संचालित करते हुये 38 बच्चों का चिन्हांकन किया गया। सभी 38 बच्चों को जिला बाल संरक्षण इकाई एवं चाइल्ड लाइन की टीम के द्वारा बाल कल्याण समिति में समाजिक जांच प्रतिवेदन के साथ बच्चों को उपस्थित कराया जा रहा है।

समिति मे  बच्चों की पृष्ठभूमि का अवलोकन एवं अध्ययन करने के पश्चात् बच्चों को देखरेख एवं संरक्षण वाला बच्चा घोषित करते हुये शासन की विभिन्न योजनाओं का का लाभ दिलाने का कार्य किया जा रहा है। शाला त्यागी बच्चों को विद्याालय से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है एवं सामाजिक पृष्ठभूमि के आधार पर मिशन वात्सल्य योजना के प्रवर्तकता का लाभ दिलाये जाने हेतु कार्य किया जा रहा हैं। 15 वर्ष के उपर के बच्चों को लाइवलीहुड कालेज से जोड़ कर रोजगार मूलक प्रशिक्षण दिया जाने की कार्ययोजना तैयार की गयी है। पारिवारिक पृष्ठभूमि को ध्यान मे रखते हुये समिति द्वारा कठिन परिस्थतियों मे जीवनयापन करने वाले बच्चों को संस्थागत देखरेख बालगृह मे रखा जा रहा है।

रेस्क्यू अभियान में पुलिस विभाग, रेल्वे, समाज कल्याण विभाग, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, खाद्य विभाग, चाईल्ड लाईन, जिले में कार्यरत स्वयं सेवी संस्था, शिक्षा विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग, नगरी प्रशासन एवं विकास विभाग, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एवं अन्य संबंधित विभागो के समन्वय से रेस्क्यू अभियान चलाया गया।

रेस्क्यू अभियान के दौरान जिले मे पटना मार्केट, बैकुण्ठपुर मार्केट, बस स्टेण्ड, चरचा के रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड मार्केट , मनेन्द्रगढ़ हाजारी चौक, मार्केट ,रेलवे स्टेशन बस स्टैण्ड, चिरमिरी, रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड, हल्दीबाड़ी मार्केट, बडाबाजार मार्केट ,खडगंवा मे दुबछोला ठग्गांव मे अभियान चलाया गया। अभियान समाप्ति के उपरांत भी सतत् रूप से चिन्हांकन, पुनर्वास की कार्यवाही बच्चों के सर्वाेत्तम हित को ध्यान में रखते हुये किया जायेगा।

उन्होंने संबंधित विभाग, जनप्रतिनिधि, आम लोगों से यह अपील की है, कि इस प्रकार के बच्चे मिलने, दिखने या जानकारी होने पर कार्यालय जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला एवं बाल विकास विभाग, चाईल्ड लाईन ट्रोल फ्री न. 1098 पर सूचित किया जा सकता है, जिस पर जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं चाईल्ड लाईन त्वरित कार्यवाही करेगी।