नई दिल्ली: IPL 2023 में 5 अप्रैल की शाम पंजाब किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच जबरदस्त मुकाबला हुआ. इस मुकाबले को पंजाब किंग्स ने 5 रन से जीता, जिसमें IPL के रईसजादे यानी सबसे महंगे बिके खिलाड़ी की अहम भूमिका रही. हम बात कर रहे हैं सैम करन की, आखिरी ओवर में जिनके दिए करंट से राजस्थान रॉयल्स की टीम बच नहीं सकी.
दरअसल, पंजाब बनाम राजस्थान मुकाबले का पूरा रोमांच ही उसके आखिरी ओवर में आकर समा चुका था. 198 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान को आखिरी ओवर में सिर्फ 16 रन बनाने रह गए थे, जबकि उनके हाथ में 4 विकेट शेष थे. ऐसे में पंजाब के कप्तान शिखर धवन ने गेंद सैम करन को थमा दी.
सबसे महंगे खिलाड़ी ने दिखाया अपना जलवा
सैम करन को पंजाब किंग्स ने 18.50 करोड़ रुपये की सबसे महंगी बोली लगाकर खरीदा था. इस रकम के साथ वो इस सीजन के ही नहीं बल्कि IPL इतिहास के भी सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं. ऐसे में फंसे मैच को बाहर निकालने के लिए धवन ने गेंद जब उन्हें दी तो उनके सामने भी अपने ऊपर लगी महंगी बोली को सही साबित करने का चैलेंज था, जिसमें वो पूरे नंबरों से पास हुए.
‘एक गेंद’ को ढाल बनाकर दिलाई जीत
सैम करन ने आखिरी ओवर में 16 रन डिफेंड कर अपनी टीम को 5 रन से जीत दिला दी. पर उन्होंने ऐसा किया कैसे? तो इसके लिए उन्होंने पूरा प्लान बना रखा था. उन्होंने गेंदबाजी में वैरिएशन के बजाए सिर्फ एक गेंद- यॉर्कर- को हथियार बनाया और उसके दम पर कामयाबी हासिल की.
सैम करन ने कहा, ” उस तरह के हालात में आपको अपने यॉर्कर को निशाने पर मारना होता है. अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे बेहतर फिर कुछ नहीं. वैसे कभी ये काम करता है और किसी दिन नहीं भी. लेकिन आज हमारा दिन था. ”
आखिरी ओवर में डिफेंड किए 16 रन
अब जरा आखिरी ओवर में सैम करन ने जो किया वो जान लीजिए. उन्होंने पहली गेंद स्टंप पर डाली. दूसरी गेंद यॉर्कर डालने का प्रयास किया जो कि लोअर फुल टॉस रही. तीसरी गेंद 5वें स्टंप पर यॉर्कर डाली. इसी गेंद पर रन चुराने के चक्कर में राजस्थान के बल्लेबाज हेटमायर रनआउट हो गए. पहली 3 गेंदों पर सिर्फ 4 रन बनने के बाद अब अगली तीन गेंदों पर राजस्थान को 12 रन बनाने थे.
चौथी गेंद भी यॉर्कर के चक्कर में लोअर फुल टॉस पड़ी. 5वीं गेंद फुल ऑन स्टंप रही. जबकि आखिरी गेंद फुल लेंथ की रही, जिस पर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने चौका जड़ा पर टीम को जीत नहीं दिला सके. वहीं सैम करन ने हर गेंद यॉर्कर करने का प्रयास किया . सबमें उन्हें कामयाबी तो नहीं मिली पर अच्छी बात ये रही कि टीम के लिए 16 रन डिफेंड करने में वो कामयाब रहे.
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