रोके गए परीक्षा परिणामों एवं सरकारी भर्ती को लेकर ओपी चौधरी ने छत्तीसगढ़ सरकार को घेरा

ओपी के सवालों से निरुत्तर हुई प्रदेश सरकार

रायगढ़ । छत्तीसगढ़ सरकार की ताजपोशी के बाद रिक्त पड़े सरकारी पदों एवं रोके गए विभिन्न परीक्षा परिणामों को लेकर ओपी चौधरी ने भूपेश सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा किया है।

प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी के बढ़ते चौतरफा हमलों से भूपेश सरकार आम जनता के सामने निरूतर हो गई है। ओपी चौधरी ने कहा गांव गरीब किसान मध्यमवर्गीय परिवार की संतान बेहतर भविष्य एवं सुनहरे सपने बुनकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओ  की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन पिछले साढे 4 सालों में भूपेश सरकार ने जो अन्याय किया है।

उसका प्रमाण देते हुए ओपी चौधरी ने कहा स्वर्गीय अटल बिहारी की सरकार ने छत्तीसगढ़ी भाई बहनों के सपनो को साकार करने के लिए पृथक राज्य का गठन किया। भाजपा के पंद्रह सालो में एक छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान के साथ जी रहा लेकिन भूपेश  सरकार की नीतियों में उन्हें हताश निराश कर दिया।

भूपेश सरकार के कार्यकाल के दौरान सरकार की कारगुज़ारियों का खुलासा करते हुए ओपी चौधरी ने बताया कि 2018 से छत्तीसगढ़ में सब इंस्पेक्टर की परीक्षा रुकी हुई है। 2018 से ही विधान सभा AG-3 का परिणाम रुका हुआ है। 2018 से छत्तीशगढ़ ACF  का परीक्षा फल रोका गया है । 2021 से छत्तीसगढ़ पीएससी चपरासी भर्ती का परिणाम रुका हुआ है। 2021 से सीएसईबी लाइन मेन भर्ती का परिणाम रुका हुआ है।2022 से सी एस ई बी कंप्यूटर आपरेटर भर्ती का परिणाम रुका हुआ है।

पिछले दो सालो से राज्य इंजीनियरिंग सर्विस की भर्ती रुकी हुई हैं।2021 से सीजीपीएससी का परिणाम रुका हुआ है। 2018 से आवास एवं पर्यावरण विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर की भर्ती  रुकी हुई है। आर्युवेद मेडिकल की परीक्षा  रुकी हुई है। आपकी सरकार आने के बाद फिजियोथेरेपिस्ट की परीक्षा रुकी हुई है। गृह विभाग साईंटीफिक आफिसर की परीक्षा रुकी हुई है, कैजुअल्टी मेडिकल आफिसर की परीक्षा रुकी है।

शिक्षक भर्ती के लगभग 12 हजार पद निकाले जाने की घोषणा की गई थी, लेकिन उनका अब तक कोई पता नही है। सहकारिता विभाग के लगभग 3 हजार और आयुष विभाग के लगभग 6 हजार पद खाली पड़े है। हर वादे को पूरा करने का शोर करने कांग्रेस बताए। आखिर विभिन्न भर्तियां एवम परीक्षा परिणाम क्यों रुके हुए हैं। छतीशगढ़िया की और से सवाल पूछते हुए ओपी ने कहा चपरासी से लेकर डिप्टी कलेक्टर तक सब की परीक्षा रोककर छत्तीसगढ़ के समस्त युवा भाई बहनों का  सफलता पूर्वक समय एवं भविष्य बर्बाद कर दिया।