बिलासपुर,29 मार्च । सफर के दौरान एक बच्चे के हाथ से मोबाइल ट्रेन के बाहर गिर गया। इस पर यात्रियों ने चेन पुलिंग भी की। लेकिन, ट्रेन रफ्तार में होने के कारण मौके पर नहीं रुकी। बच्चे के स्वजन ने मंडल सुरक्षा नियंत्रण कक्ष में सूचना देकर मदद मांगी।
इस पर स्टेशन में तैनात आरपीएफ स्टाफ को मौके पर जाने के लिए कहा गया। स्टाफ ने खोजबीन की तो मोबाइल लाइन के बीचों- बीच पड़ा मिला। स्टाफ ने मोबाइल को आरपीएफ पोस्ट में लाकर जमा किया। इसके बाद बच्चे के स्वजन को सूचना भेजी गई। करीब छह दिन बाद आकर आरपीएफ पोस्ट मोबाइल को ले गए। मामला 22 मार्च का है। 12834 डावड़ा-अहमदाबाद एक्सप्रेस में हफीज परिवार के साथ यात्रा कर रहे थे। उनका रिजर्वेशन एस – 6 कोच में हावड़ा से सूरत तक था। सफर के दौरान उनके साथ 13 वर्षीय बच्चा भी था। मोबाइल बच्चे के ही हाथ में था। ट्रेन जयरामनगर से गतोरा के बीच पहुंची।
उसी समय मोबाइल बच्चे के हाथ छूट गया। खिड़की से जैसे ही मोबाइल बाहर गिरा यात्री परेशान हो गए। उन्होंने चेन पुलिंग भी की। लेकिन, ट्रेन आगे निकल गई। इस पर उन्होंने मोबाइल को ढूंढने का प्रयास भी किया। मोबाइल नहीं मिलने की स्थिति में रेल मदद में शिकायत कर जानकारी दी। सूचना मिलने के बाद आरपीएफ ने उनकी मदद की। जयरामनगर व गतौरा स्टेशन में तैनात आरक्षक रविंद्र कुमार, राजकुमार एवं गतौरा से आरक्षक दिनानाथ यादव को रेलवे ट्रैक पर सर्च करने के लिए कहा गया। बल सदस्यों द्वारा ट्रैक पैट्रोलिंग करते हुए आगे बढ़े। रेलवे लाइन के बीच में मोबाइल पड़ा मिला।
इस पर आरक्षक दिनानाथ ने मोबाइल को रेलवे सुरक्षा पोस्ट में लाकर जमा किया। इस पर यात्री को मोबाइल मिलने की सूचना दी गई। यात्री ने अपना नाम समपा देवनाथ बताया। वह 113/ 2 तिजपति नगर सूरत सिट्टी गुजरात के निवासी है। छह दिन बाद मंगलवार को शाम पांच बजे उनके एक रिश्तेदार आरपीएफ पोस्ट पहुंचे। बिल व अन्य जरुरी कागजात देखने के बाद मोबाइल उनके सुपुर्द कर दिया गया।
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