Herbs For Fertility: कमजोर प्रजनन क्षमता की वजह से कई कपल्स दूसरे ट्रीटमेंट करनवाने पर मजबूर हो जाते हैं। एडवांस्ड ट्रीटमेंट की मदद से ही संतान का सुख हासिल हो पाता है।
ज्यादातर कपल्स ART यानी असिस्टेड रिप्रोडक्टिव ट्रीटमेंट का सहारा लेते हैं, जिसमें IVF और IUI शामिल हैं। इसके अलावा आयुर्वेद में भी बांझपन का इलाज मुमकिन होता है, तो आइए जानें इसके बारे में।
फर्टिलिटी को बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय
यौन उत्तेजना के लिए खासतौर से आयुर्वेद को सफल माना गया है। जो पुरुषों के साथ महिलाओं के लिए भी जरूरी है। यौन उत्तेजना और फर्टिलिटी के स्तर का कम होना किसी के भी स्वास्थ्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है। तो आइए जानें 7 आयुर्वेदिक उपायों के बारे में जो फर्टिलिटी के स्तर को बढ़ाते हैं।
आंवला
यह पीरियड्स के दौरान शरीर के नेचुरल डिटॉक्सीफिकेशन को बढ़ावा देने का काम करता है। साथ ही हॉर्मोन के स्तर को संतुलित रखता है। यह दोनों ही महिलाओं में प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।
अश्वागंधा
सदियों से अश्वागंधा का उपयोग स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए होता आया है। यह टेस्टॉसटेरोन के स्तर को बढ़ाता है, साथ ही इसका सेवन स्पर्म की क्वालिटी और गतिशीलता को बढ़ाने का काम भी कर सकता है।
शिलाजीत
शिलाजीत टेस्टॉस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए जाना जाता है, जो यौन प्रदर्शन और प्रजनन क्षमता को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। क्योंकि यह थकावट को कम करता है और सहनशक्ति को बढ़ाता है, इसलिए इस औषधी को खासतौर पर एथलीट्स काफी पसंद करते हैं।
सफेद मूसली
प्रजनन क्षमता और यौन कार्य को बढ़ाने के लिए सदियों से आयुर्वेद में इसका उपयोग होता आया है। यह साबित हो चुका है कि सफेद मूसली टेस्टॉसटेरोन के स्तर को बढ़ाने का काम करती है। जो स्पर्म क्वालिटी को बढ़ाने के साथ मोबिलिटी को भी बढ़ाता है। यह तनाव और बेचैनी को भी कम करता है।
शतावरी
शतावरी एक अत्यंत प्रभावी आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका उपयोग मांओं में दूध की आपूर्ति में कमी, कम वजन और कामेच्छा में कमी सहित कई समस्याओं को हल करने के लिए किया जाता है। यह प्राकृतिक फाइटोएस्ट्रोजन से भरी होती है, जो महिलाओं की यौन इच्छा और मासिक धर्म में सहायता करती है।
गोक्षुरा
आयुर्वेद पुरुष शक्ति को बढ़ाने के लिए जड़ी बूटी गोक्षुरा को बढ़ावा देता है, जिसे ट्रिबुलस टेरेस्ट्रिस भी कहा जाता है। यह टेस्टॉस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए जाना जाता है, जो मांसपेशियों और यौन क्रिया को बढ़ा सकता है। एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक होने की वजह से गोक्षुरा पेशाब के फंक्शन को बढ़ाने में सहायता कर सकता है।
विदारी कंद
यह सामान्य स्वास्थ्य और ताकत को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। साथ ही मांसपेशियों की वृद्धि और यौन प्रदर्शन को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
क्या इनके साइड-इफेक्ट्स भी हैं?
वैसे तो, ज्यादातर लोग इन आयुर्वेदिक औषधियों का उपयोग बिना किसी साइड-इफेक्ट के कर सकते हैं। लेकिन, फिर भी इनके इस्तेमाल से पहले आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से जरूर बात कर लें।