DC vs MI WPL Final: हरमनप्रीत और मुंबई बनी पहली चैंपियन, दिल्ली को छकाकर रचा इतिहास

मुंबईः हरमनप्रीत कौर और उनकी मुंबई इंडियंस ने इतिहास रच दिया है. हरमनप्रीत की कप्तानी वाली मुंबई विमेंस प्रीमियर लीग (WPL 2023) की पहली चैंपियन बन गई हैं. रविवार 26 मार्च की रात आखिरी ओवर तक चले छोटे स्कोर वाले रोमांचक मुकाबले में मुंबई ने दिल्ली कैपिटल्स को 7 विकेट से हरा दिया और इस तरह WPL का खिताब अपने नाम कर लिया. सिर्फ इतना ही नहीं, हरमनप्रीत कौर ने आखिरकार पहली बार मेग लैनिंग के खिलाफ कोई फाइनल जीतकर अपने रिकॉर्ड को सुधार लिया.

मुंबई इंडियंस ने जिस अंदाज में टूर्नामेंट की शुरुआत की थी, उसका अंत भी इस टीम ने वैसे ही किया. हरमनप्रीत कौर की टीम ने लगातार 5 मैचों में जीत के साथ प्लेऑफ में जगह बनाई थी. हालांकि, इसके बाद उसे लगातार दो हार मिली थी और वह पहले स्थान से चूक गई थी. हालांकि, इसके बाद उसने फाइनल समेत लगातार 3 जीत के साथ टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम कर लिया.

मुंबई की भी खराब शुरुआत

पूरे टूर्नामेंट में मुंबई के लिए अच्छी ओपनिंग करने वाली हेली मैथ्यूज और यास्तिका भाटिया की जोड़ी इस बार कमाल नहीं कर पाईं. चौथे ओवर में सिर्फ 23 रन तक दोनों ही पवेलियन लौट गईं. जिस छोटे स्कोर के सामने मुंबई की जीत तय लग रही थी, उसे दिल्ली ने मुश्किल बना दिया. पावरप्ले में मुंबई के खाते में सिर्फ 28 रन आए थे. कप्तान हरमनप्रीत कौर और नैट सिवर-ब्रंट पर बड़ी जिम्मेदारी थी.

पूरे सीजन में मुंबई के मिडिल ऑर्डर की जान रही इन दोनों बल्लेबाजों ने एक बेहतरीन साझेदारी की और टीम को जीत की राह पर पहुंचाया. दोनों के बीच 72 रनों की साझेदारी हुई, जो दिल्ली से मैच छीनती हुई दिखी.

हरमन और सिवर-ब्रंट ने बनाया चैंपियन

यहीं पर मैच में एक ऐसा मोड़ आया, जिसने दिल्ली को वापसी का मौका दिया. एक दमदार पारी खेल रही हरमनप्रीत कौर (37) एक रन चुराने की कोशिश में रन आउट हो गईं. हालांकि, इसके बाद भी मुंबई ने हार नहीं मानी. सिवर-ब्रंट लगातार क्रीज पर टिकी रही और अर्धशतक पूरा किया. वहीं 19वें ओवर में एमेलिया कर (14 रन नाबाद) और सिवर-ब्रंट (60 नाबाद, 55 गेंद) ने जेस जॉनासन के ओवर में 3 चौकों समेत 16 रन बनाकर टीम की जीत तय कर दी थी. 20वें ओवर की तीसरी गेंद पर सिवर ने चौके के साथ टीम को चैंपियन बना दिया.

फुलटॉस पर फंसी दिल्ली

दिल्ली की कप्तान मेग लैनिंग टॉस के वक्त ही बाजी जीतती हुई दिखीं, जब उन्होंने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. ब्रेबोर्न स्टेडियम में इस टूर्नामेंट के दौरान पहले बल्लेबाजी करते हुए ज्यादातर मैचों में बड़े स्कोर ही बने थे. ऐसे में ये फैसला सही लग रहा था. दूसरे ओवर में इजि वॉन्ग की पहली दो गेंदों में जब शेफाली वर्मा ने छक्का और चौका जमाया तो ये एकदम सही नजर आया, लेकिन इसके बाद कुछ भी दिल्ली के लिए सही नहीं रहा.

वॉन्ग (3/42) के इसी ओवर में दो बेहद खराब फुल टॉस गेंदें डालीं लेकिन उस पर भी उन्हें विकेट मिल गए. पहले शेफाली वर्मा ने कैच दिया और फिर एलिस कैप्सी तो खाता खोले बिना लौट गईं.

मैथ्यूज ने लूटी महफिल

तीसरा विकेट भी वॉन्ग को ही मिला और वो भी फुल टॉस से. हालांकि कप्तान लैनिंग (35) दिल्ली को संभाले हुए थी लेकिन 12वें ओवर में उनके रन आउट होने से दिल्ली की स्थिति बिगड़ गईं. 16वें ओवर में दिल्ली ने अपना नौवां विकेट खो दिया था और स्कोर सिर्फ 79 रन था. उसका ये हाल किया हेली मैथ्यूज ने, जिन्होंने 4 ओवरों में 2 मेडन डाले और सिर्फ 5 रन देते हुए 3 विकेट चटकाए.

दिल्ली की हार तय लग रही थी लेकिन आखिरी विकेट के लिए राधा यादव (27 रन, 12 गेंद) और शिखा पांडे (27 रन, 17 गेंद) ने 4 ओवरों में 52 रन कूटकर टीम को मुकाबले में वापसी कराई. इसमें से 36 रन तो आखिरी दो ओवरों में आए थे.