CG BREAKING : पहले ASI ने ली रिश्वत, मामला उजागर होने के बाद पहुंचा माफी मांगने

दुर्ग, 26 मार्च। जिले के एक एएसआई के रिश्वत लेने का मामला सोशल मीडिया में कादि वायरल हो रहा है। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पहले एएसआई ने रिश्वत ली, उसके बाद उनसे माफी मांगने पहुंचा जिससे उसने रिश्वत ली थी। हालांकि ये मामला मार्च के पहले सप्ताह का था, लेकिन अब यह वीडियो सोशल मीडिया में ट्रेंड कर रहा है। यह एएसआई दुर्ग में पदस्थ था। घटना सामने आने के बाद दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने ASI को लाइन अटैच कर दिया था।

मामला ऐसा है कि ASI नंद लाल टांडेकर ने सुखवंत सिंह से उसका ट्रक छोड़ने के एवज में रिश्वत ली। उसके बाद जब मामला उजागर होने लगा, तो वो उसके घर जाकर पैरों में गिर गया। उसकी ये करतूत CCTV कैमरे में कैद हो गई।

सुखवंत सिंह ने मीडिया को बताया कि लापरवाही पूर्वक गाड़ी चलाने के जुर्म में उनकी गाड़ी को भिलाई तीन पुलिस ने पकड़ा था। जब उसने न्यायालय में चालान जमा करने की बात कही, तो वहां पदस्थ ASI नंदलाल टांडेकर ने 15 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। ASI ने कहा था कि, जब तक रुपए नहीं दोगे। तब तक गाड़ी की सुपुर्द नहीं करेंगे। इसके बाद सुखवंत सिंह ने 2 हजार रुपए क्यूआर कोड के माध्यम से 3200 रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किया। नंदलाल ने सुखवंत को धमकी दी थी कि यदि पूरा पैसा नहीं दोगे, तो वो उसकी गाड़ी हाईकोर्ट से भी नहीं छूटने देगा। मामले की शिकायत सुखवंत सिंह ने एसीबी रायपुर में की थी, साथ ही साथ पूरे मामले का स्टिंग ऑपरेशन भी कर लिया था।

जब ACB से कार्रवाई नहीं हुई, तो उसने मामले की शिकायत दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव से की। एसपी ने मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद जैसे ही ASI टांडेकर को इस बात का पता चला, वो सुखवंत सिंह के पैरों में गिरकर माफी मांगने उसके घर चला गया।

6 मार्च की रात अन्य सिपाही के साथ पहुंचा था ASI

6 मार्च 2023 की रात एएसआई नंदलाल टांडेकर एक अन्य पुलिस कर्मी अरविंद मेढ़े के साथ सुखवंत सिंह के घर पहुंचा था। उसने डोरबेल बजाई, तो सुखवंत सिंह की पत्नी ने दरवाजा खोला। पत्नी के बुलाने पर जैसे ही सुखवंत सिंह कमरे से बाहर कार पोर्च में पहुंचे, ASI टांडेकर उनके पैरों में जमीन पर ही लोट गया। कुछ समय तक अपनी करनी के लिए माफी मांगने के बाद वो सुखवंत के साथ अंदर कमरे में चला गया।

सुखवंत सिंह ने बताया कि एएसआई टांडेकर एक सिपाही के साथ आया था। हाथ-पैर जोड़कर माफी मांग रहा था। उसने कहा कि मेरी पत्नी बीमार है। मेरी बहन ने खुदकुशी कर ली है। आप एक बार माफ कर दो। आगे से दोबारा ऐसा नहीं होगा। मैं आपको पहचान नहीं पाया था। वो अपनी पत्नी के जेवर लेकर भी पहुंचा था। जैसे ही वो जेवर देने लगा, तो मैंने उसे वहां से भगा दिया।