10 एकड़ में 2500 सागौन का पौधरोपण

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का शुभारंभ

कोरिया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का राज्यव्यापी शुभारंभ किया। यह योजना वृक्षारोपण के ज़रिए ग्रामीणों की आय बढ़ाने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में ग्रीन कवर बढ़ाने की एक महत्वकांक्षी योजना है।

राज्य शासन की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के शुभारंभ पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में बैकुंठपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पिपरहिया-चिल्का में भूमि स्वामी भुनिला पैंकरा के 10 एकड़ जमीन पर 2500 टिशू कल्चर सागौन के पौधरोपण किया गया।

कोरिया जिले के ग्राम पंचायत पिपरहिया के ग्राम चिल्का में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष रेणुका सिंह, उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी, कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल, वनमण्डल अधिकारी बैकुंठपुर प्रभाकर खलखो, संचालक गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान रामाकृष्ण, सीईओ जिला पंचायत नम्रता जैन, स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक एवं हितग्राही तथा आमजन उपस्थित रहे।

कलेक्टर लंगेह ने बताया कि जिले में इस योजना के तहत 553 हितग्राहियों द्वारा 850 एकड़ से अधिक भूमि में विभिन्न प्रजातियों के लगभग 8 लाख पौधों का रोपण किया जायेगा। ग्राम पिपरहिया की योजना की हितग्राही एवं भूमि स्वामी भुनिला पैंकरा ने बताया कि जैसे ही उन्हें इस योजना के बारे में पता चला उन्होंने तत्काल अपने 10 एकड़ पड़त भूमि पर 2500 टिशू कल्चर सागौन के पौधे लगाने हेतु इच्छा जाहिर की। उन्होंने कहा कि इस योजना से वास्तव में भूमि का उपयोग और आर्थिक लाभ होगा। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर शहीद महेंद्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक बीमा सुरक्षा योजना अंतर्गत 26 हितग्राहियों के खाते में बीमा की राशि ऑनलाइन ट्रान्सफर किया गया।

गौरतलब है कि राज्य में इस योजना के माध्यम से प्रति वर्ष 36 हज़ार एकड़ के मान से कुल 5 वर्षों में 1 लाख 80 हज़ार एकड़ में 15 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा गया है। शासन द्वारा चयनित वृक्ष प्रजातियों की खरीदी के लिए प्रतिवर्ष न्यूनतम क्रय मूल्य निर्धारित किया जावेगा, जिससे कृषकों को निश्चित आय प्राप्त हो सके। वनक्षेत्र से बाहर लकड़ी के उत्पादन बढ़ने से काष्ठ आधारित उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही कार्बन क्रेडिट के माध्यम से भी कृषकों को अतिरिक्त आय प्राप्त होने का संभावना है। योजना अंतर्गत क्लोनल नीलगिरी, टिश्यू कल्चर बांस, सागौन, मालाबार नीम जैसे आर्थिक लाभ देने वाले पौधों का रोपण किया जाएगा।

जिला स्तरीय आयोजन में मौजूद जनप्रतिनिधियों ने आमजन को संबोधित करते हुए योजना का लाभ उठाने की अपील की। इस अवसर पर वनमण्डलाधिकारी बैकुंठपुर प्रभाकर खलखो ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा 21 मार्च को विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर “मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का शुभांरभ किया गया है। इस योजना अंतर्गत समस्त वर्ग के सभी इच्छुक भूमि स्वामी, शासकीय, अर्द्ध शासकीय एवं शासन की स्वायत्त संस्थाऐं, निजी शिक्षण संस्थाऐं, निजी ट्रस्ट, गैर शासकीय संस्थाऐ, पंचायते तथा भूमि अनुबंध धारक इस योजना का लाभ ले सकते है। हितग्राही की निजी भूमि में 05 एकड़ तक रोपण हेतु 100 प्रतिशत तथा 5 एकड़ से अधिक क्षेत्र में रोपण हेतु 50 प्रतिशत वित्तीय अनुदान शासन द्वारा हितग्राहियों को प्रदाय किया जावेगा।