कोरबा, 20 मार्च। इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में कक्षा 5वीं से 11वीं तक के विद्यार्थियों के वार्षिक परीक्षा परिणामों की घोषणा की गई । इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि (राजवीर नरवाल,वाईस प्रेसिडेंट एसीबी इंडिया लिमिटेड) एवं प्राचार्य डाॅ0संजय गुप्ता सहित बच्चों के अभिभावक उपस्थित थे । कार्यक्रम की शुरूआत माँ सरस्वती के तैल चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलन से की गई ।इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के कक्षा 6वीं एवं 7वीं के विद्यार्थियों ने कर्णप्रिय स्वागत गीत गाकर आगंतुक अतिथि एवं अभिभावकों का स्वागत किया। तत्पश्चात विद्यालय के कक्षा 7वीं एवं 8वीं की छा़त्राओं ने नयनाभिराम स्वागत नृत्य की प्रस्तुति दी। प्राचार्य डाॅ. संजय गुप्ता ने परीक्षा प्रभारी श्री सवरूसाची सरकार एवं कक्षा शिक्षक/शिक्षिकाओं के सहयोग से परिणामों की घोषणा की गई तथा श्रेणीवार छात्र-छात्राओं को मुख्य अतिथि के द्वारा मैडल, प्रमाण-पत्र व कैप पहनाकर सम्मानित किया गया ।
उपर्युक्त बातों को अक्षरशः पालन करते हुए आई.पी.एस.दीपका ने सफलता पूर्वक सत्र-2022-23 में अपनी उत्तम एवं गुणात्मक अध्यापन प्रणाली को साबित किया। विगत सत्र में सफल छात्र.छात्राओं का मृख्य अतिथि एवं स्कूल के प्राचार्य डाॅ0 संजय गुप्ता के द्वारा शल्ड,उपहार एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। जिसमें क्रमशः टाॅप थ्री में कक्षा 5 वीं से गोल्डी अग्रवाल,पारुल कुंभकार एवं प्रतीक 6वीं से वंशिका सिंह,वृद्धि राठौर तथा अनुष्का चंद्रा 7वीं से पायल सहारन,अन्वी सिंह एवं अराधना सिहाग 8वीं से ग्रितिका वत्स,सक्षम राठौर तथा विशेष सिहाग 9 वीं से प्रियांशु कुमार देव,इशिता तथा गौरव निर्मलकर एवं 11वीं से प्रियांशी पाठक,उदित जायसवाल तथा उदिता कौशिक को शील्ड एवं उपहार सहित प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया ।
सभी सफल विद्यार्थियों को प्राचार्य महोदय एवं मंच पर आमंत्रित मुख्य अतिथि एवं अभिभावकों के द्वारा शील्ड,उपहार एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।
कार्यक्रम का सफल संचालन विद्यालय शिक्षिका श्रीमती भगवती गवेल एवं रितिका शुक्ला ने किया। अभिभावकों ने स्कूल की शैक्षणिक गतिविधियों एवं अध्ययन अध्यापन के प्रति संतुष्टि व्यक्त करते हुए कहा कि स्कूल के समस्त स्टाॅफ अपने कठिन परिश्रम एवं लगन से इतना अच्छा उत्कृष्ट परिणाम दिये हैं, निश्चित रूप से वे बधाई के पात्र हैं । कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों ने भी विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था एवं उत्कृष्ट कार्यशैली के प्रति अपनी संतुष्टि व्यक्त की।कार्यक्रम में अच्छी तादाद में अभिभावक उपस्थित थे।
इस गौरवमयी कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि राजवीर नरवाल(वाईस प्रेसिडेंट एसीबी इंडिया लिमिटेड)
) ने कहा कि शिक्षा बहुमूल्य धन,यह सभी प्राप्तियों का साधन,जिससे सर्वत्र सम्मान प्राप्त होता है हमें बचपन से ही बच्चों में मजबूत शिक्षा की नींव डालनी चाहिए । उन्हें ऐसे वातावरण प्रदान करना चाहिए जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके । कठिन मेहनत ही हमें मनचाही सफलता की राह दिलाती है । अतः हमें कठिन परिश्रम को जीवन में कभी नहीं छोड़ना चाहिए । शिक्षा से ज्यादा मूल्यवान कोई चीज नहीं है इसे केवल परिश्रम द्वारा ही से पाया जा सकता है।
कार्यक्रम में उपस्थित शैक्षणिक प्रभारी श्री सव्यसाची सरकार सर ने कहा कि शिक्षा एक अच्छे चरित्र के निर्माण के लिए अतिआवश्यक,यह मजबुत भविष्य का निर्धारक तत्व है।इंडस पब्लिक स्कूल दीपका इस क्षेत्र का एक उत्कृष्ट स्कूल के रुप में जाना जाए हमारी यही कोशिश रहेगी ।हम यहाँ पढ़ाई एवं अन्य गतिविधियों का ऐसा वातावरण बनाना चाहते है जैसे बड़े-बड़े मेट्रो सिटी में होते हैं । यह इस क्षेत्र का एक आदर्श स्कूल है जो अन्य स्कूल इससे प्रेरणा ले रहे हैं । यहाँ का हर एक कार्यक्रम प्रेरणादायक है। बच्चों को शील्ड एवं प्रमाण पत्र देकर उन्हें सम्मानित करने से बच्चों के अंदर एक नई ऊर्जा जागृत होती है जो निश्चित रूप से उन्हें आगे बढ़ने में सहायता प्रदान करती है ।
शैक्षणिक प्रभारी श्रीमती सोमा सरकार ने कहा कि जिस प्रकार एक मजबूत घर के लिए उसके नींव का मजबूत होना आवश्यक है उसी तरह एक सशक्त राष्ट्र के लिए बच्चों का शिक्षित होना अतिआवश्यक है । बिना शिक्षा के मनुष्य बिना नीव के घर की तरह होता है । हमें लगातार सीखते रहना चाहिए। शिक्षा एक अनवरत एवं आजीवन चलने वाली प्रक्रिया है।
प्राचार्य डाॅ. संजय गुप्ता ने कहा कि विद्यालय में शिक्षा के स्तर से हम कभी भी समझौता नहीे करेंगे एवं सतत रुप से उच्च एवं गुणात्मक शिक्षा पर जोर देंगे। जीवन में हमें सफल होने के लिए शिक्षा अत्यंत आवश्यक बिना शिक्षा के हम मनचाही सफलता नहीं प्राप्त कर सकते । शिक्षा सुदृढ़ समाज का निर्माण करता है । बिना शिक्षा प्राप्त किये कोई व्यक्ति अपनी परम ऊँचाइयों को नहीं छू सकता।समय-समय पर नवीन एवं आधुनिक समयानुरुप वैज्ञानिक तकनीकों के माध्यम से भी हम आने वाले दिनों में शैक्षणिक व्यवस्था को और अपग्रेड करने की दिशा में प्रयासरत रहेंगे एवं बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करेंगे और बच्चों को एक उच्च स्तरीय शैक्षणिक प्रणाली से रुबरु कराएंगे। मनुष्य के अंदर मानवीय गुणों का विकास करना ही शिक्षा का मुख्य उद्देश्य है। शिक्षा हम सभी के उज्जवल भविष्य लिए ऐ बहुत ही आवश्यक साधन है।शिक्षा ही जीवन का सार है।अच्छी शिक्षा जीवन में बहुत से उद्देश्यों को प्रदान करती है।शिक्षा ही एकमात्र ऐसा धन है जो बाँटने से कम नहीं होता।समाज में शिक्षित व्यक्ति का अलग ही मान-सम्मान होता है।शिक्षा अंधकार में प्रकाश की किरण हैं।यह निश्चित रुप से एक अच्छे जीवन की आशा है।
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