बिना वारंट रेड, कार्यकर्ताओं का अपहरण… पुलिस पर इमरान खान का बड़ा आरोप

Imran Khan Pakistan: पाकिस्तान में आर्थिक संकट के साथ राजनीतिक संकट भी गहरा गया है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के खिलाफ पुलिस ने मोर्चा खोला हुआ है. इस बीच इमरान ने दावा किया कि पुलिस उनके कार्यकर्ताओं के घरों में बिना वारंट छापेमारी कर रही है और उनका अपहरण कर रही है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में फासीवाद अपने चरम पर पहुंच गया है

इमरान खान शनिवार को गिरफ्तारी से बचने की जद्दोजहद में इस्लामाबाद हाई कोर्ट पेशी के लिए गए थे, जहां पुलिस और पीटीआई कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प देखी गई. तमाम मुद्दों पर इमरान ने रविवार को अपने जमन पार्क स्थित घर से कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इमरान ने दावा किया कि कोर्ट कॉम्प्लेक्स में उनकी हत्या का प्लान था, और यही वजह थी कि पुलिस ने पीटीआई कार्यकर्ताओं को उकसाया.

पुलिस के खिलाफ कोर्ट जाएंगे इमरान

इमरान खान, रिपोर्ट के मुताबिक, अपनी गाड़ी में थे और उन्होंने कहा कि हत्या की आशंका की वजह से वह अपनी कार से नहीं उतरे. इसके उलट इमरान पर इस्लामाबाद हाई कोर्ट में माहौल बिगाड़ने, सुरक्षाबलों पर हमले करने और तोड़फोड़ के आरोप में आतंक विरोधी धाराओं में केस दर्ज किया गया है. इसके साथ ही अब उनपर कुल 97 एफआईआर दर्ज हैं.

पीटीआई चीफ भी उन पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज कराने की तैयारी में हैं, जिन्होंने उनके घर में उनकी गैरमौजूदगी में तोड़फोड़ की. इमरान ने उनके घर पर पुलिस की कार्रवाई को कंटेम्प्ट ऑफ कोर्ट करार दिया, और कहा कि वह इस संबंध में लाहौर हाई कोर्ट जाएंगे.

गिरफ्तारी से इमरान को मिली राहत

दरअसल, इमरान खान के खिलाफ तोशखाना केस में इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, जिसे बाद में इमरान की पेशी के बाद रद्द कर दिया गया. वह 18 मार्च को लाहौर स्थित अपने घर से इस्लामाबाद हाई कोर्ट में पेश होने जा रहे थे, तब उनके काफिले की गाड़ियां भी आपस में टकरा गईं और कुछ कार्यकर्ता घायल भी हो गए. वहीं सर्च वारंट लेकर पहुंची पुलिस ने इमरान के घर के पास कथित रूप से पीटीआई कार्यकर्ताओं के साथ झड़प की, और उनके जमन पार्क वाले घर की तलाशी ली. बाद में पुलिस ने दावा किया कि सर्चिंग के दौरान उनके घर से हथियार भी बरामद किए गए.