एम्स में काव्य संध्या हुआ आयोजन

रायपुर । अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में हिंदी साहित्य के श्रोताओं के लिए काव्य संध्या का आयोजन किया गया। इसमें 31 कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज को विभिन्न संदेश दिए। प्रमुख रूप से समाज में नारी की बढ़ती भूमिका और महत्व को रेखांकित करने के साथ ही पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने का भी काव्यात्मक संदेश प्रेषित किया गया।

एम्स में हिंदी साहित्य को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ‘एम्स रायपुर राजभाषा साहित्य संगम’ का गठन किया गया है। इसके माध्यम से विभिन्न प्रकार के साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में काव्य संध्या का आयोजन किया गया। इसमें 31 कवियों ने रचनाएं प्रस्तुत की जिसमें चिकित्सक, कर्मचारी और छात्र सभी सम्मिलित थे।

काव्य संध्या का उद्घाटन करते हुए निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने कहा कि इस प्रकार के मंच स्वयं की अभिव्यक्ति का माध्यम हैं। उन्होंने छात्रों को अपनी रचनात्मकता को और अधिक निखारने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही उन्होंने राजभाषा हिंदी से सभी को जोड़ने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम निरंतर आयोजित करने पर जोर दिया।

इस अवसर पर अधिष्ठाता (शैक्षणिक) प्रो. आलोक अग्रवाल, डॉ. राकेश गुप्ता, डॉ. आशुतोष त्रिपाठी, डॉ. शिव शंकर मिश्रा, डॉ. नम्रता छावड़ा शर्मा, डॉ. वंदना रथ, मधुरागी श्रीवास्तव, आदित्य शुक्ला, गिरधारी लाल साहू, हनुमान सिंह सहित बड़ी संख्या में चिकित्सकों, कर्मचारियों और छात्रों ने रचनाएं प्रस्तुत की।

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