सहारा इंडिया मामले में 6 हजार से अधिक पन्नों का चालान पेश

रायगढ़। सिटी कोतवाली पुलिस ने बहुचर्चित सहारा इंडिया धोखाधड़ी मामले में 6,000 से अधिक पन्नों का चालान विशेष न्यायाधीश रायगढ़ के न्यायालय में पेश किया है। मामले के विवेचना अधिकारी ने बताया कि सहारा इंडिया के स्थानीय शाखा प्रबंधक एवं अन्य आरोपियों के विरुद्ध प्रार्थी विकास निगानिया निवासी कृष्णा विहार कॉलोनी रायगढ़ के आवेदन पर 29 सितंबर को थाना सिटी कोतवाली में अपराध क्रमांक 1363/2022 धारा 420 , 120 बी , 34 ताहि, धारा 6,10 छत्तीसगढ़ निक्षेपकों के हितों के संरक्षण अधिनियम, धारा 4,5,6 ईनामी चिट और धन परिचालन स्कीम (पाबंदी) अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।

मामले की विवेचना दौरान साक्ष्य संकलन कर सहारा इंडिया कबीर चौक शाखा प्रबंधक ओम प्रकाश शर्मा को 16 जनवरी को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है। पीड़ित विकास निगानिया ने आरोपी ओम प्रकाश शर्मा द्वारा सहारा इंडिया की विश्वसनीयता एवं निवेश प्रोग्राम के संबंध में विज्ञापन दिखाकर 40 लाख रुपए निवेश कराकर कुल 182 बॉन्ड पेपर जारी किया और प्रतिमाह ₹40,000 ब्याज के रूप में देने का अनुबंध किया और उसके मूलधन 40 लाख को कभी भी जरूरत पड़ने पर देने का वादा किया था। पर मार्च 2022 तक केवल ₹40,000 ही लौटाया। उसके बाद टालमटोल कर रकम नहीं लौट आया था।

मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार के द्वारा स्वयं मामले की मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने सीएसपी रायगढ़ अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक शनिप रात्रे, उपनिरीक्षक जीपी बंजारे, सहायक उपनिरीक्षक दिलीप कुमार बेहरा, प्रधान आरक्षक नंद कुमार सारथी के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया है। जांच टीम द्वारा जिले में सहारा इंडिया को लेकर कलेक्ट्रेट रायगढ़ व पुलिस अधीक्षक कार्यालय सरगुजा से प्राप्त लगभग 3,060 शिकायतें बॉन्ड पेपर व अन्य संबंधित दस्तावेज संकलन कर जब्ती की गई है जिसके अनुसार निवेशकों का 33 करोड़ 45 लाख 16 हजार 84 रूपये सहारा इंडिया पर निवेश है।

गिरफ्तार आरोपियों की समयावधि में चालान पेश किए जाने को लेकर गुरुवार को कोतवाली पुलिस ने विशेष न्यायाधीश रायगढ़ के न्यायालय में 6,000 से अधिक पन्नों का चालान पेश किया है। मामले की जांच में कई अन्य आरोपियों की संलिप्तता के साक्ष्य मिले हैं जिन पर धारा 173(8) CrPC के तहत चालान पेश किया गया है। फरार आरोपियों की पतासाजी, गिरफ्तारी के लिये सीएसपी के नेतृत्व में जांच टीम आरोपियों की पतासाजी की जा रही है।