वसूली कर रहे दो हवलदार और सात आरक्षक लाइन अटैच

महासमुंद ।  पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने पटेवा थाने के सामने अवैध वसूली पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। थाना के सामने सरेआम वसूली कर रहे दो प्रधान आरक्षक और सात आरक्षकों को तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच कर दिया है।

नेशनल हाईवे 53 पर स्थित पटेवा थाना के सामने रोज सुबह पांच बजे से नौ बजे तक वाहनों के जांच के नाम पर अवैध वसूली की शिकायतें लगातार मिल रही थी। पुलिस के जवान रोज सुबह उठकर उगाही करते थे, बाद में स्नान करने अपने क्वार्टर में जाते थे। जन शिकायत पर एसपी ने बुधवार को संज्ञान लिया। वे सुबह गढ़फुलझर (बसना) जाने निकले। तब एसपी धर्मेंद्र सिंह ने यह नजारा स्वयं भी देखा।

एसपी ने आंखों से देखा अवैध वसूली का नजारा

उन्होंने थाने से थोड़ी दूर आगे जाकर अपनी वाहन को रुकवाया। वहां से पैदल फिल्मी स्टाइल में थाने के सामने पहुंचे। पैदल चलते हुए अपनी आंखों से अवैध वसूली का नजारा देखा तो कप्तान धर्मेंद्र सिंह आग बबूला हो गए। तत्काल कार्रवाई करते हुए नौ लोगों को लाइन अटैच कर दिया। इससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। वहीं आमजनों में इस कार्रवाई की जमकर सराहना हो रही है।

गौरतलब है कि दो दिन पहले ही एसपी ने अधिकारियों और थानेदारों की बैठक लेकर सख्त हिदायत दी थी कि अच्छे काम करने पर सम्मान और गलत काम करने पर सजा मिलेगी। बावजूद, पटेवा थाने का पूरा स्टाफ वसूली अभियान में जुटा हुआ था। यह देखकर एसपी जमकर नाराज हुए।

नागरिकों के बीच ही लगाई जमकर फटकार

उन्होंने थाना प्रभारी गोपाल ध्रुवे को मौके पर बुलाकर नागरिकों के बीच ही जमकर फटकार लगाई। कहा- यह सब क्या चल रहा है, वाहनों की नियमित जांच के नाम पर वसूली की शिकायतें लगातार मिल रही है। क्यों लोगों को परेशान कर रहे हैं।

एसपी ने एक आरक्षक को जमकर डांट लगाई। बाद सभी को लाइन से खड़ी कर कहा- पुलिस लाइन में तत्काल हाजिरी दो। खबर मिली है कि इनमें से ज्यादातर लोग दोपहर तक पुलिस लाइन परसदा के लिए रवाना कर दिए गए हैं।

थाना के सामने गाड़ी रोक कर खुलेआम वसूली

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एसपी गढ़फुलझर ईंट भट्ठे में हुए दुर्घटना का जायजा लेने जा रहे थे। उसी समय यह लोग थाना के सामने गाड़ी रोक कर खुलेआम पैसा ले रहे थे। तब टीआइ को एसपी बुलाए और फटकार लगाई। टीआइ ने कहा कि मुझे कुछ भी जानकारी नहीं है।

यह कहकर पल्ला झाड़ लिया। सवाल यह है कि थाना प्रभारी की जानकारी के बिना यह लोग किसके आदेश से गाड़ी रोक रहे थे, बताया गया है कि इनमें से एक आरक्षक थाना का नंबर वन है। जिस पर खर्चे की जिम्मेदारी है। उसे एसपी ने जमकर डांट लगाई। नेशनल हाईवे के थानों में इस तरह की वसूली की शिकायत लगातार मिल रही है। बुधवार शाम पुलिस लाइन परसदा से सात नए जवानों को पटेवा थाना भेजा गया है।

महासमुंद एएसपी आकाश राव गिरिपुंजे ने कहा, एसपी सर ने गड़बड़ी पाए जाने पर पटेवा थाना के दो प्रधान आरक्षक व सात आरक्षक को लाइन अटैच किया है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया है कि अच्छे कार्य करने वाले को प्रोत्साहन मिलेगा और गलत कार्य पाए जाने पर सजा।

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