श्री शिवमहापुराण में शिव-पार्वती विवाह की कथा सुनाई

रायगढ़। खरसिया के ग्राम नहरपाली में श्री शिवमहापुराण कथा का भक्तिमय आयोजन किया जा रहा है। जहां कथा व्यास में विराजमान राष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू अपने मुखारविंद से कथा का वाचन कर रहे हैं। प्रतिदिन कथा सुनने श्रद्धालुओं की भीड़ कथा स्थल में पहुंच रहीं है। इसी कड़ी में 14 मार्च मंगलवार को राष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू ने श्री शिवमहापुराण कथा के तृतीय दिवस की कथा के अवसर पर पार्वती चरित्र एवं शिव-पार्वती विवाह की कथा का वर्णन किया। वहीं शिव-पार्वती की झांकियां निकालकर धूमधाम से विवाह उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर आयोजन समिति द्वारा कथा स्थल से भगवान शिव की भव्य शोभायात्रा, बाराती निकाली गई। जिसमें माताएं-बहनें व श्रद्धालु भारी संख्या में शामिल हुए।

तृतीय दिवस की कथा प्रारंभ के पूर्व कथा स्थल से भगवान शिव की भव्य बाराती निकाली गई। इस अवसर पर भारी संख्या में माताएं-बहनें व श्रद्धालु सज-धजकर बारात में शामिल हुए। कथा स्थल से निकलकर भगवान शिव की बाराती मेन रोड से होते हुए गाजे-बाजे के साथ नहरपाली गांव पहुंची। जहां विधिवत पूजा-अर्चना और वेद मंत्रों के साथ ब्राह्मणों की ओर से शिव-पार्वती का विवाह सम्पन्न हुआ। इस माहौल से पूरा गांव शिवमय हो गया।

शिव-पार्वती विवाह सम्पन्न के पश्चात् बराती पुनः कथा स्थल पहुंची, इसके बाद शाम 4 बजे राष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू ने अपने मुखारविंद से तृतीय दिवस की कथा का वर्णन किया, कथा सुनकर पंडाल में उपस्थित श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। कथा के दौरान भगवान शिव-पार्वती की झांकियां निकाली गई। सुंदर-सुंदर भजनों पर भगवान शिव नृत्य करते नजर आए। भगवान शिव-पार्वती के विवाह की झांकी ने सभी को खूब आनंदित किया। वहीं भगवान शिव-पार्वती की वरमाला पर जमकर फूलों की बरसात हुई, और इस तरह श्री शिवमहापुराण कथा में शिव-पार्वती का विवाह सम्पन्न हुआ।