इस्लामाबाद/नई दिल्ली। पाकिस्तान के कराची में जिन्ना इंटरनेशनल हवाईअड्डे के पास रविवार देर रात एक बड़ा विस्फोट हुआ। इस धमाके में तीन विदेशी नागरिकों की मौत हुई है। वहीं 17 से अधिक लोग घायल हुए हैं। बताया जा रहा है मारे जाने वालों में दो चीनी नागरिक हैं।
चीनी दूतावास ने बताया कि घटना स्थानीय समयानुसार 11 बजे हुई। यहां जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के बाहर एक टैंकर में विस्फोट हुआ। विस्फोट सिंध प्रांत में बिजली परियोजना में काम कर रहे चीनी इंजीनियरों के काफिले को निशाना बनाकर किया गया था। घटना के बाद, आतंकवादी समूह बलूचिस्तान नेशनल आर्मी ने हमले की जिम्मेदारी ली।
आईईडी का किया गया इस्तेमाल
सिंध प्रांत के गृह मंत्री जिया उल हसन लंजर ने संदेह जताया कि विस्फोट के लिए इप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का इस्तेमाल किया गया। विस्फोट की आवाज शहर कई इलाकों तक सुनाई दी। सभी घायलों को इलाज के लिए जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सूत्रों के अनुसार विस्फोट विदेशी नागरिकों के वाहनों के पास किया गया था। उन्होंने कहा, ‘विस्फोट उस जगह हुआ, जहां बम रोधी दस्ता अपने आगंतुकों का इंतजार करता है और उन्हें गंतव्य तक ले जाता है।’
क्या बोला चीनी दूतावास?
पाकिस्तान में चीनी दूतावास ने कहा, ‘छह अक्तूबर को रात लगभग 11 बजे, पोर्ट कासिम इलेक्ट्रिक पावर कंपनी (प्राइवेट) लिमिटेड के चीनी कर्मचारियों को ले जा रहे एक काफिले पर जिन्ना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास हमला किया गया। इससे दो चीनी नागरिक मारे गए। वहीं एक घायल हुआ है। इसके अलावा, कुछ स्थानीय लोग हताहत हुए हैं।’
दूतावास ने आगे कहा, ‘पाकिस्तान में चीनी दूतावास और महावाणिज्य दूतावास ने तुरंत एक आपातकालीन योजना शुरू की है, पाकिस्तानी सरकार से हमले की पूरी तरह से जांच करने, अपराधियों को कड़ी सजा देने और पाकिस्तान में चीनी नागरिकों, संस्थानों तथा परियोजनाओं की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करने का अनुरोध किया है।
[metaslider id="347522"]